Book Title: Dhavala Uddharan
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir
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धवला उद्धरण
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अतितीव्रदुःखितानां अत्ता मवुत्ति परिभोग अत्थाण वंजणाण य अत्थाण वंजणाणय अत्थादो अत्थतर अत्थि अणंता जीवा अत्थि अणंता जीवा अत्थित्तं पुण संतं अत्थो पदेण गम्मइ अदिसयमाद-समुत्थं अन्यथानुपपन्नत्वं अपगयणिवारणटुं अपगयणिवारणटुं अप्पप्पवुत्ति-सचिद अप्प-परोभय-बाधण अप्पिदआदरभावो अप्पं बादर मवुअं अप्रवृत्तस्य दोषेभ्यस् अभयासंमोहविवेग अभावैकान्तपक्षेऽपि अभिमुह-णियमिय-बोहण अरसमरूवमगंध अर्थस्य सूचनात्सम्यक् अल्पाक्षरमसंदिग्धं अवगय-णिवारणटुं अवगयणिवारणटुं अवगयणिवारण8 अवगयणिवारणटुं अवयणरासिगुणिदो
110/9
2/16 60/13 63/13 183/1
42/4 148/1 102/1 1/10 46/1 10/13 59/3
1/4 86/1 178/1
1/5 2/13 6/13 67/13 14/15 182/1
1/3 3/12 117/9 15/1 12/3 1/11 1/14 29/3
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