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श्रीमद्दीरविजयोपाध्याय कृत,
मा ॥ स मुनिके परिवार ॥ व ॥ साधवीश्रावक श्रावीका ॥ मा ॥ हाइघणो बहुलार ॥ वा ॥ ६ ॥ चनविधसंघशोजाघणी ॥ मा ॥ मुखवरणी नहींजाय ॥ वा ॥ मोतीजीकटारिया ॥ मा ॥ श्रागेवानी थाय ॥ वा ॥ ७ ॥ अनुक्रमे याविबिराजिया || मा ॥ धारा नगरीकेमांय ॥ वा ॥ चैत्यजुहारी तिहबहु ॥ मा ॥ उलट अंगनमाय ॥ वा ॥ ८ ॥ पुरवपुन्ये आविया ॥ मा ॥ मांडवपुरकेमांय ॥ व ॥ श्री सुपासजिन जेंटिया ॥ म ॥ जेहनी शीतल बांद ॥ वा ॥ एए ॥ शशी रसे निधि शशी वत्सरे ॥ मा ॥ फाल्गुनमासप्रमाण ॥ वा ॥ कर्म वाटीयेचतुर्दशी ॥ मा ॥ कृष्णपदकी जाण ॥ वा ॥ १०॥ सूर्यवारेंसुखियाथया || मा | नेटी प्रभुकापाय ॥ वा ॥ वीरविजयकदे दीजिये ॥ मा ॥ श्रातमहित सुखदाय ॥ वा ॥ ११ ॥
इति मांडवगढ स्तवन | संपूर्ण ॥
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