Book Title: Chaturvinshati Jinstavan
Author(s): Atmaramji Maharaj
Publisher: Jain Shastramala Karyalay

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Page 213
________________ शुद्धिपत्र. NNNNN बिरुद गिणंदा नत M Omwwmaa aaam बिरद गणंदा तन ज्ञानराज माडीये उतारो तेतो जानत अरे अस्थ उसय वस्त मुखगी चूर्ण राज ज्ञान मांमीये उतार ततो जानन अर अर्थ Banmom. arremmanumaam (Mmmm उन्जय वस्तु दुःखजंगी चूर्णि धुनि अज्ञानारे . धनि खय अग्यानारे स्वय माख आग्या खमा माझा मन ज्ञान कदिएक रेणुमेरे ज्ञात जग ग्यान कदियक रेणुमेरे ग्यात लग १५ १४

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