Book Title: Bruhannyasa Part 6
Author(s): Lavanyasuri
Publisher: Siddhhem Prakashan Samiti Botad

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Page 13
________________ पृष्ठः फले सूत्रम्: सूत्राङ्क: निसीगते ६-३-१८ पृष्ठ -१७८ नील पीतादकम ६-२-४ पृष्ठ-११० नोधुव पृष्ठ १७८ न्यायादेरिकण ६-२-११८ पृष्ठ - १५ पदोत्तरपदेभ्य इकः पृष्ठ-१६२ पद कृम शिक्षा मीमासा साम्नोऽका ६-२-१२५ पृष्ठ-१५२ . परजन राग्नोऽकीयः ६-३-३१ पृष्ठ-१८४ परस्त्रिया:परशुश्वा सावाये ६-१-४० पृष्ठ - ४० पर्धा वाग ६-२-२ पृष्ठ-१२० पयो द्रोर्यः ६-३-५ पृष्ठ - १२६ परशव्याद यलुक्च ६-२-४० पृष्ठ-१२७ पन्थ्यादेरायन ६-२-८९ पृष्ठ-१४८ पद कल्य लक्षणान्त क्रत्वाख्यानात ख्यायिकात् ६-२-११९ पृष्ठ-१५९ पाण्टाहति-मिमताण्णश्च ६-१-११४ पृष्ठ- ७८ पाण्डोऽयण ६-१-११९ पृष्ठ - ८८ पाण्डोड्डयण ६-१-२४ पृष्ठ -१२१ पाशादेव लयः पृष्ठ -१२१ पाण्डुकम्बलादिन ६-२-१३२ पृष्ठ -१६७ पारावारादीन: ६-३-६ पृष्ठ-१७४ पिष्टातू ६-२-५३ पृष्ठ-१३४ पितृमातृर्व्यडुलं मातारि ६-२-६१ पृष्ठ -१३८ पित्री मह ६-२-६३ पृष्ठ -१३८ पीला सालवा माडुकादवा ६-१-६८ पृष्ठ - ६० पुनर्भू पूत्र दूहित ननान्दुरनन्तरेड ६-१-३९ पृष्ठ- ३९ पुत्रान्तात ६-१-१११ पृष्ठ - ८२ पुरुरुमगध कलिम्क शुरमस द्विस्वरादाण ६-१-११६ पृष्ठ- ८६ पुरुषात्कृत हित वध विकारे चैय ६-२-२२९ पृष्ठ-१२३ पृथियात्रा ६-१-१८ पृष्ठ - २१ पृष्ठाद्यः ६-२-२२ - पृष्ठ-१२० पैलादेः ६-१-१४२ पृष्ठ-१०७ पौङगाक्षी पुत्रा देरीयः ६-२-१०२ - पृष्ठ-१५३ पौत्रादि वृद्धम ६-१-२ पृष्ठ - २ प्लक्षादेरण ६-२-५९ पृष्ठ-१३६ प्रहरागात् क्रीडायांण ६-२-११६ पृष्ठ -१५८ प्राम्देश ६-१-१० पृष्ठ- ९ प्राजितादेण् ६-१-१३ पृष्ठ- १३ प्राग्वतः स्त्रीपुंसा द ना स्मञ६-१-१२५ पृष्ठ-२६ प्रारभरते बहुस्वरादिजः ६-१-१२९ पृष्ठ- ९९T प्राच्येो ऽतालव लू यादेः ६-१-१४३ पृष्ठ-१०८ प्राण्योषधि-वृक्षेभ्योऽवयवेच ६-२-३१ पृष्ठ -१२४ प्रेक्षादेरीन ६-२-८० पृष्ठ-१४७ प्रोक्तात ६-२-१२९ पृष्ठ-१६४ सूत्रम् सूत्राङ्क: पृष्ठः ६-२-५८ पृष्ठ.-१३६ बहिषष्टीकण च ६-१-१६ पृष्ठ - २० बष्कयादसमासे ६-१-२० पृष्ठ - २३ बहुम्व स्त्रियाम् ६-१-१२४ पृष्ठ - ९३ बलादेर्यः ६-२-८६ पृष्ठ-१४९ बाह्वादिभ्यो गोत्रे ६-१-३२ पृष्ठ - ३१ बिदादेवृद्ध ६-१-४१ पृष्ठ- ४० ब्राह्मणाद्धा ६-१-३५ पृष्ठ- ३७ ब्राह्मण-माणव वाइबाधः ६-२-१६ पृष्ठ -११९ भर्गात त्रैगर्ते ६-१-५१ पृष्ठ- ४९ भवतीरिकणीय सौ ६-३-३० पृष्ठ -१८३ भागावित्ति - तार्ण बिन्द वाकशापेयान्निन्दायामिकण वा 9-9-१०५ पृष्ठ-१८ भाव घोऽस्यां णः ६-२-११४ पृष्ठ -१५७ भिक्षादे: ६-२-९० पृष्ठ -११५ भूयः संभूयोऽभ्योऽमि तौजसा स्लुक्च ६-१-३६ पृष्ठ - ३७ भृग्वडिरस्-कुत्स-वसिष्ठगोतमात्रे ६-१-१२८ पृष्ठ- ८८ भौरिक्येशु कार्यावधभक्तम ६-२-६८ पृष्ठ-१४० धातुळ : ६-१-८८ पृष्ठ- ६८ भुवी भुवच ६-१-७६ पृष्ठ- ६३ मधुबधी ह्मण -कौशिके ६-१-४३ पृष्ठ- ४३ मनोर्याणीषश्चान्तः ६-७-९४ पृष्ठ-७२ महाकुलाद् वाऽजीनो ६-१-९९ पृष्ठ - ७४ मावादे ६-२-७३ पृष्ठ-१४५ महेन्द्राद् वा ६-२-१०६ पृष्ठ-१५४ महाराज प्रोष्ठपदादिकण ६-२-११० पृष्ठ -१५५ मदाद ६-३-२४ पृष्ठ -१८० मातृ पित्रादेर्याणी याणी ६-१-९० पृष्ठ - ७० मानव कुत्सायाम ६-१-९५ पृष्ठ - ७२ मानात् क्रीतपत् ६-२-४४ पृष्ठ -१२९ यञित्रः ६-१-५४ पृष्ठ - ५० यस्कादेर्गोत्री ६-१-१२४ पृष्ठ- ९४ यअत्रीश्यापार्गान्त गोपवनादे६-१-१२५ पृष्ठ- ९५ याज्ञिकौकिथक लोकादितिकम ६-२-१२२ पृष्ठ-१६७ यूनि लुप् ६-१-१३७ पृष्ठ-१०५ युव वृद्धं कुत्मार्च वा ६-१-५ पृष्ठ- ५ यैयकत्रासमासे वा ६-१-९७ पृष्ठ - ७३ योद्ध प्रयोजनाद् युद्ध ६-२-११३ पृष्ठ- १५६ ति॒स्तव्यत्य स्तातू ६-३.७ पृष्ठ-१७४ रङकोः प्राणिनि वा ६-३-१५ पृष्ठ-१७७ रागाट्टो रक्त ६-२-१ पृष्ठ -१०९ राष्ट्र-क्षत्रियात सरुवाद् राजापत्ये दिरञ् ६-१-११४ पृष्ठ- ८४ राष्ट्रेडनड-गदिभ्यः ६-२-६५ पृष्ठ-१३९ राजन्यदिभ्योडका ६-२-६६ पृष्ठ-१३९ ६-३-३ पृष्ठ-१७३ "Aho shrutavaराष्टादियः

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