________________
५२ च्यार थावर में असन्नी तिर्यंच पंचेंद्रिय ऊपजै तेहनों यंत्र (6)
गमा २० द्वारनी सख्या
उपपात द्वार
संघयण द्वार
लेश्या द्वार
दृष्टि द्वार
ज्ञान-अज्ञान द्वार
योग द्वार
उपयोग द्वार
परिमाण द्वार जघन्य उत्कृष्ट
अवगाहना द्वार जघन्य | उत्कृष्ट
संठाग द्वार
६
जघन्य ।
उत्कृष्ट ।
१ वटो
पहली
२सम्यक
२नियमा
निगमा
२वय
१ २ ३
ओधिक नै ओधिक ओधिक मैं जघन्य ओषिक नै उत्कृष्ट
१४.७ गमे जिण जिण काय में ऊपजे तिण रैजघन्य उत्कृष्ट आयु में ऊपज।
-१.२.३
ऊपजे
संखया असंखऊपजै
आंगुल नों असंख भाग
१हजार गोजन
मिथ्या
१२.३
बटो
१हुंडक
३पहली
मिध्या
२नियमा |
१वाय
जधन्यन ओधिक
जघन्य नै जघन्य ६ जघन्य नै उत्कृष्ट
२५.८ गर्ने जिजिण काय में ऊपजै तिण रे जघन्य आयु में ऊपाते।
आगुल नों | असंख भाग
संखया | असंख ऊपज
असंख भाग
१.२३
संखदा
|
बटो
१९डक
|
३पहली
|
नियना |
नियमा
उत्कृष्ट नै ओधिक 38 जियकार उत्कृष्टजन्य में ऊपजे तिण र उत्कृष्ट उत्कृष्ट ने उत्कृष्ट आयु में उपजे
आंगुलनों अराख भाग
५ हजार योजन
२ सम्यक मिथ्या
२वन काय
कायसवेध द्वार
अप में असन्नी तिथंच पंचेदिय
तेऊ में असन्नी लियच पंचेंद्रिय
उत्कृष्ट काल
जघन्य काल
।
उत्कष्ट काल
अंतर्म० १अत १अंतर्नु० अंतर्मु. १अंतमु०७ हजार वर्व
कोडपूर्व २८ हजार वर्ष ४ कोडपूर्व ४ अंतर्मु, ४ कोडपूर्व २८ हजार वर्ष
१अंतर्मु.अंतर्म १अंत.१अंतर्मु. १अतर्मु.३दिन रात
४ बोडपूर्व १२ दिनस ४ कोडपूर्व ४ अंतम. ४ कोडपूर्व १२ दिनस
. ४WALAUN
१अंतर्मु.१अंतर्म १अंतर्मु अं १अंतर्मु७हजार वर्ष
४ अंतर्मुहूर्त २८ हजार वर्ष ४ आर्मुहूर्त ४ अंग ४ अंतर्गुइत २०. हजार वर्ग
१अंतर्मु.अंतर्मु १अंतर्मु, अंतर्नु १अंतर्मु ३ दिन रात |
४ अंत २ दिनस्ट ४ अंतर्मु.४ अंतर्मु. ४ अंतमु दिन व
१कोडपूर्व १ मा +कोडपूर्व १ अंतर्नु अतर्नु हजारवर्ष
कोडपूर्व २८ हजार वर्ष ४ कोटपूर्व ४ अंतk ४ कोडपूर्व २८ हळार दल
१कोडपूर्व १ अंत[. १कोउपूर्व १अंतमु १अत ३ दिन रात
।
४ कोडपूर्व १२ दिन ४ कोडयूर्व ४ अंतर्मु ४ कोडपूर्व १२ दिनका
२५६
भगवती-जोड (खण्ड-६)
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org