Book Title: Bhagavati Jod 06
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 328
________________ १२४ मनुष्य में ज्योतिषी ऊपजै तेहनों यंत्र (२८) गमा २० द्वार नी संख्या I am m | 0 এt www 9 २ 3 ४ ५ ६ |-~|-|DOW २ ३ ४ ५ ६ गमा २० द्वार नीं संख्या 19 ५ ६ २ ३ ओधिक नै ओधिक १ पृथक् मास V ५ ६ ओधिक मैं जघन्य १ पृथक मास ओधिक नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य ३१४ जघन्य नै उत्कृष्ट उत्कृष्ट नै ओधिक उत्कृष्ट मैं जघन्य उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व जघन्य जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य १ पृथक मारा १ पृथक मास १ कोडपूर्व जघन्य नै उत्कृष्ट १ पृथक् मास १ पृथक् मास १२५ मनुष्य में प्रथम सौधर्म देवलोक नां ऊपजै तेहनों यंत्र (२६) ओधिक नै ओधिक १ पृथक मास ओधिक नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व ओधिक नै जघन्य १ पृथक् मास गमा २० द्वार नौ संख्या जघन्य उपपात द्वार जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य उत्कृष्ट नै ओधिक १ पृथक् मास उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व १ पृथक् मास १ पृथक् मास १ कोडपूर्व उत्कृष्ट नै जघन्य १ पृथक् मास जघन्य ओधिक नै ओधिक १ पृथक् मास १ पृथक मास १ कोडपूर्व ओधिक नै जघन्य ओधिक मैं उत्कृष्ट २ परिमाण द्वार उत्कृष्ट जघन्य १ १ कोडपूर्व १२.३ पृथक मास ऊपजै १ कोडपूर्व २ उपपात द्वार परिमाण द्वार उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट संख्याता ऊपजै १.२.३ १ कोडपूर्व १ पृथक् मास ऊपजै १ कोडपूर्व १] पृथक् मास १ पृथक मास जघन्य नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व उत्कृष्ट नै ओधिक १ पृथक् मास ६ उत्कृष्ट नै जघन्य १ पृथक मास ६ उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट १ कोडपूर्व Jain Education International १२.३ १ कोडपूर्व १ पृथक मास ऊपजै १ कोडपूर्व १ कोडपूर्व १२.३ १ पृथक् मास ऊपजै १ कोडपूर्व १ कोडपूर्व १ पृथक मास १ कोडपूर्व १] कोडपूर्व १२.३ १ पृथक मास ऊपजै १ कोडपूर्व १२.३ ऊपजै १२.३ १] कोडपूर्व १ पृथक् मास ऊपजै १] कोडपूर्व भगवती जोड़ (खण्ड-६) उत्कृष्ट १२.३ १] कोडपूर्व १ पृथक मास ऊपजै १ कोडपूर्व १ कोडपूर्व १ पृथक मास १] कोडपूर्व संख्याता ऊपजै २ उपपात द्वार परिमाण द्वार उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट संख्याता ऊपजै संख्याता ऊपजै संख्याता ऊपजै १२.३ ऊपजै संख्याता ऊपजै संख्याता ऊपजै ३. संघयण द्वार { असंघयणी १२६ मनुष्य में दूसरे ईशान देवलोक नां ऊपजै तेहनों यंत्र (३०) असंघयणी संख्याता ऊपजै असंघयणी ३ संघयण द्वार ६ असंघयणी असंघवणी असंघयणी अव० भवधारणी जघन्य असंघयणी आंगुल न असंख भाग संख्याता असंघयणी ऊएजैं आंगुल न असंख भाग आंगुल न असंख भाग जघन्य आंगुल न असंख भाग आंगुल न अराख भाग अव० भवधारणी आंगुल न असंख भाग आंगुल न असंख भाग उत्कृष्ट आंगुल न असंख भाग ७] हाथ आंगुल न असंख भाग ७ हाथ ३ संघयण द्वार अव भवधारणी जपन्य ६ असंघयणी ७ हाथ उत्कृष्ट हाथ ७ हाथ उत्कृष्ट ७ हाथ ७] हाथ ४ ४ ४ अव० उत्तर वै० जघन्य आंगुल न संख्याता भाग आंगुल भ संख्याता भाग आंगुल न संख्याता भाग जघन्य आंगुल न संख्याता भाग अव उत्तर पै० उत्कृष्ट १ लाख योजन आंगुल न संख्याता भाग आंगुल न संख्याता भाग आंगुल न संख्याता भाग उत्कृष्ट १ लाख योजन आंगुल न संख्याता भाग १ लाख योजन आंगुल न संख्याता भाग अव० उत्तर वै जपन्य १ लाख योजन १ लाख योजन १ लाख १ योजन समचौरंस उत्कृष्ट १ लाख योजन १ लाख योजन १ लाख योजन मूल For Private & Personal Use Only ५ संठाण ६ वैक्रिय समचौरंस १ समचौरंस मूल १ समचौरस मूल ५ संठाण ६ प्रकार नाना प्रकार १ समचौरंस नाना प्रकार १ नाना समचौरंस प्रकार १ समचौरस १ नाना समचौरंस प्रकार १ समचौरस वैक्रिय नाना प्रकार ५ संठाण ६ वैक्रिय नाना प्रकार नाना प्रकार नाना ६ लेश्या द्वार ६ तेजु १ तेजु १ तेजु ६ लेश्या द्वार ६ १ तेजु १ तेजु १ तेजु तेजु یا १ तेजु दृष्टि द्वार 3 ३ ३ 19 दृष्टि द्वार ३ ३ ३ ६ लेश्या द्वार दृष्टि द्वार ६ ३ १ तेजु 3 3 ३. 3 ८ ज्ञान-अज्ञान द्वार ५ ३ नियमा ३ नियमा ३ नियमा ५ ३ नियमा ३ नियमा ३ नियमा ३ ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ नियमा ३ निवगा ३ नियमा ३ नियमा ३ ३. नियमा ३ नियमा ३ नियमा ज्ञान-अज्ञान द्वार ५ ३ नियमा ३ नियमा ३ ३ नियमा ३. नियमा ३ नियमा १० योग द्वार उपयोग २ 3 3 3 ३ योग द्वार ३ ३ 3 ३ २ 3 २ 90 उपयोग २ २ योग द्वार उपयोग २ 1. २ | ~ www.jainelibrary.org

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