Book Title: Bhagavati Jod 06
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 309
________________ ११ १२ शाद्वार | कवाय द्वार | इन्द्रिय द्वार २० कायसवेधद्वार समुदधात द्वार वेदना द्वार| वेद द्वार आयुद्वार नाणत्ता अध्यवसाय द्वार असंख्याता अनुबंध द्वार जघन्य उत्कृष्ट उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट जघन्य काल उत्कृष्ट काल ५पहली १० हजार २स्त्रीहजार देसूण पुरुष | वर्ष २पल्य २ पल्प १० हजारवर्ष १अंतर्मु. १० हजार वर्ष १अंतर्मुः | १० हजार वर्ष १ कोडपूर्व | पल्य देसूण ४ कोडपूर्व पल्य देसूण ४ अंतर्मु. पल्य देसूण ४ कोडपूर्व हजार १० हजार १० हजार १० हजार २खी पुरुष १० हजार वर्ष १ अंतर्मु १० हजार वर्ष १अंतर्नु ० हजार वर्ष १ कोडपूर्व ४० हजार वर्ष ४ कोडपूर्व ४० हजार वर्ष ४ अंतर्मु. ४० हजार वर्ष ४ कोडपूर्व देसूण २स्त्री पुरुष देसू २ पल्य देसूण रंपल्य २पल्य भूजा २पल्प २ पल्य देसूण १ अंतर्मु पल्य देसूण ४ कोड पूर्व २पत्य देसूण १अंत | पल्य देसूण ४ अंतर्मु. २पल्य देसूण १कोडपूर्वपल्य देसूण ४ कोडपूर्व शाद्वार कवायदार समुदधात द्वार वेदना द्वार वेटद्वारा नाणत्ता आयुद्वार अध्यवसाय द्वार जघन्य। उत्कृष्ट । असंख्याता अनुध द्वार उत्कृष्ट कायसवेधद्वार उत्कृष्ट काल जघन्य उत्कृष्ट ५पहली २ हजार १पल्य १० हजार कहजार वर्ष १ अंत | १० हजार वर्ष १ अतर्मु. १० हजार वर्ष १ कोडपूर्व । पल्य४ कोडपूर्व ४ पल्य४ अंत ४पत्य ४ कोडपूर्व ५पहली | २ | १० हजार न १० हजार दर्व ० हजार | १० हजार १० हजार वर्ष १अंतर्मु १० हजार वर्ष १अंतर्मु | हजार वर्ष १कोडपूर्व । ४० हजार वर्ष४ कोडपूर्व ४० हजार वर्ष ४ अंतर्मु. ४० हजार वर्ष ४ कोडपूर्व ५पहती २ १पल्य स्त्री पुरुष १पल्या अंतर्मु, १ पल्यअंतर्मु १पल्य १ कोडपूर्व ४पल्य४ कोड पूर्व ४पल्य ४ अंत ४पल्य ४ कोजपूर्व १२ कवाय द्वार इन्द्रिय द्वार समुदपात द्वार वेदनाद्वार नाणत्ता वेद द्वार आयुद्वार ३ | जघन्य | उत्कृष्ट । अध्यवसाय द्वार अनुबंध द्वार असंख्याता | जघन्य | उत्कृष्ट भव जघन्य | उत्कृष्ट कायसवेध द्वार जघन्य काल उत्कृष्ट काल ५पहली २स्त्री । अप पाव| १पल्य पत्य १लाख वर्ष अध पाव । १पल्य पल्य' लाख वर्ष मुंडा अप पाव पल्य १अंतर्मु. अघ पाय पल्य १अंतर्मु अध पाय पल्यकोडपूर्व ४ पल्य ४ लाख वर्ष कोडपूर्व ४पल्य ४ लाख वर्ष४ अंतर्मु ४पल्य ४ लाख वर्ष ४ कोडपूर्व ५पहली स्त्री आप पाव अब पाव भला भूदा अघ पाद | अघपाय पल्य अघ पाव पल्य १अंतर्मु अप पाव पल्य १ अंतर्मु, अघ पाव पल्यकोडपूर्व अर्घ पल्य ४ कोडपूर्व अर्थ पल्प ४ अंतर्मु अर्घ पल्य ४ कोडपूर्व अनुबंध ५पहली १पल्य१पल्य पुरुष १लाख वर्ष १ लाख वर्ष १पल्य१पल्य १लाख दर्व १ लाख वर्ग १पल्य १ लाख वर्ष १ अंतर्मु४पल्य ४ लास वर्ष४ कोड पूर्व १पल्य १ लाख वर्ष १ अंतर्मु.४पल्य ४ लाख वर्ष ४ अंतर्मु १पल्य १ लाख वर्ष १ कोडपूर्व ४पल्य ४ लाख वर्ग कोडपूर्व गमा २६५ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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