Book Title: Bahubali tatha Badami Chalukya
Author(s): Nagarajaiah Hampa, Pratibha Mudaliyar
Publisher: Rashtriya Prakrit Adhyayan tatha Anusandhan Sanstha

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Page 199
________________ बाहुबलि तथा बादामी चालुक्य | 155 पुलिगेरे जैन मंदिर का शहर था तथा शंखजिनालय एक ऐसा मंदिर था जिसे एक सदी तक निरंतर शाही दान मिला था। शंख बसदी के साथ-साथ अन्य अनेक प्रसिद्ध जैन मंदिरों का उल्लेख पुरालेखों में हैं.... 1. अनंतनाथ त्रिकुटाचल जिनालय 2. आनेसेज्जय्या बसदी 3. चतुर्मुख चैत्यालय 4. धवल जिनालय 5.. गंग कंदर्प बसदी 6. गंग पेरमाडी चैत्यालय (पेरमाडी बसदी) 7. गाकुंडन बसदी 8. गोगिया बसदी 9. जिन्नोजन बसदी 10. मत्तिसे िय बसदी 11. मरुदेवी बसदी 12. मुक्कर बसदी 13. पंच बसदी 14. राय राचमल्ल बसदी 15. शंख जिनालय 16. शांतिनाथ जिनालय 17. श्रीविजय जिनालय 18. तीर्थ बसदी हालाँकि कई जैन मंदिर पुलिगेरे में चमक उठे और उनमें से कई नष्ट हो गए और आज उनका कोई सुराख नहीं है। दुर्भाग्यवश उनमें से कुछ नष्ट हो गए हैं या नष्ट कर दिए गए हैं या फिर जल गए हैं या ऐसे तुडवाए गए हैं कि जमीन पर अक्षरशः कुछ भी शेष नहीं रहा / त्रैलोक्यमल्ल सोमेश्वर प्रथम के शासनकाल में चोळ आक्रमण के दौरान यह तबाही हुई थी। इसी के साथ भुवनैकमल्ल सोमेश्वर द्वितीय (1042-68) ने चोळों द्वारा की गई तबाही को फिर से ठीक करने का प्रयास किया। पुनःनिर्माण की प्रक्रिया में, जैसा कि यह अक्सर होता है, जो भी पुराने अवशेष होते हैं वे भी लुप्त हो जाते हैं। अतः एकदम नई शिल्पाकृतियों Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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