________________ BAHUBALI AND BADAMI CALUKYAS N CALUITAVAC NAGARAJAIAH HAMPA यह पुस्तक चालूक्य युग के कुछ अछूते दृश्य तथा कुछ निष्कर्ष प्रस्तुत करती है। जैन धर्म के सूक्ष्म स्तरीय चित्र नए दृश्य खोलते हैं। शिलालेखिय तथा संपोषक / साहित्यिक डाटा के आधार पर जैन धर्म का सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, / सांस्कृतिक तथा शिल्पगत स्थान तथा स्थिति निर्धारित करने वाली अपनी तरह की यह पहली तथा व्यवस्थित पुस्तक है। इस पुस्तक में जैन संघ को पूरा विस्तार अनुवाद मिला है एवं प्रधानता प्राप्त हुई है। प्रो. प्रतिभा मुदलियार ANCIENT CAVE, BADAMI - Jein Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org