Book Title: Ashruvina Author(s): Mahapragna Acharya Publisher: Jain Vishva Bharati View full book textPage 8
________________ (विषयानुक्रमणिका ) I - V VI - IX 1-44 1-6 7-11 12-23 १. प्रस्तावना (पूर्व संस्करण से) २. आमुख (पूर्व संस्करण से) ३. प्ररोचना - डा. हरिशंकर पाण्डेय (१) क्रान्तकविः महाप्रज्ञः (२) आचार्यश्री महाप्रज्ञस्य संस्कृत साहित्यावदानम्(३) अश्रुवीणायाः समीक्षणम् (४) अश्रुवीणा का गीति काव्यत्व (५) अश्रुवीणा में श्रद्धा का स्वरूप (६) कृतज्ञता ज्ञापन४. मूल (श्लोक, अन्वय, अनुवाद एवं व्याख्या) परिशिष्ट प्रथम - श्लोकानुक्रमणिका परिशिष्ट द्वितीय - अश्रुवीणा की सूक्तियां 24-38 39-43 46-170 171-174 175-177 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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