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अनुसन्धान-७७
सहीयर हे विण सूर्ये उदय थयो ए, बेहनर हे विण पाणी तृषा मिटै ए; सहीयर हे विण पइडें रथ चालिए ए, वेहनर हे कंथुआ पेटमां हाथीउ ए... सहीयर हे दीवो अजुआलुं नवि करै ए, बेहनर हे एक मगर सायर गिलै ए: सहीयर हे जल विण नाव तरी गयुं ए, बेहनर हे अंग विनानी सेवा करें ए... सहीयर हे कोयल उपर आंबलो ए, बेहनर हे समली आकाशनें रोकीउ ए; सहीयर हे गाय दुहें दो नारने ए, बेहनर हे एकलो सहूनें जीपतो ए... सहीयर हे काया विना भोगवें सहु ए, बेहनर हे रूप विना हंस बोलिउ ए; सहीयर हे लोयण विण देखें सहु ए, बेहनर हे पग विन चालें मलपतु ए... सहीयर हे चक्र भमाडें कुंभारनै ए, बेहनर हे पंख विना उडै पंखीउं ए; सहीयर हे भमरा उडी बगला थयां ए, बेहनर हे तो पिण प्रभु न संभारिया ए... सहीयर हे नव पाइयें एक सेजडी ए बेहनर हे नारी रमाडै कंतनै ए; सहीयर हे पुत्र हींचोले बापने ए, बेहनर हे सुखशय्या पोढ्या मुनिवरा रे...
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