Book Title: Angsuttani Part 03 - Nayadhammakahao Uvasagdasao Antgaddasao Anuttaraovavai Panhavagarnaim Vivagsuya
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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अट्टमं अज्झयगं (सोरियदत्ते)
७८३
सोरियदत्तस्स पुव्वभवपुच्छा-पदं ८. तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवो महावीरस्स जेटे सीसे जाव' सोरिय
पुरे नयरे उच्च-नीय-मज्झिमाइं कुलाई [अडमाणे ?] अहापज्जत्तं समुदाणं गहाय सोरियपुरानो नयरानो पडिनिक्खमइ, पडिनिक्खमित्ता तस्स मच्छंधपाडगस्स अदूरसामतेणं वीईवयमाणे महइमहालियाए मणुस्सपरिसाए मज्झगयं पासइ एगं पुरिसं-सुक्क भुक्खं निम्मंसं अट्टिचम्मावणद्धं किडिकिडियाभूयं नीलसाडगनियत्थं मच्छकंटएणं गलए अणुलग्गेणं कट्ठाई कलुणाई वीसराई उक्कूवमाणं अभिक्खणं-अभिक्खणं पूयकवले य रहिरकवले य किमियकवले य वममाणं पासइ, पासित्ता इमेयारूवे अज्झथिए चितिए कप्पिए पत्थिए मणोगए संकप्पे समुप्पज्जित्था—अहो णं इमे पुरिसे पुरा पोराणाणं "दुच्चिण्णाणं दुप्पडिक्कंताणं असभाणं पावाणं कडाणं कम्माणं पावगं फल वित्तिविसेसं पच्चणुभवमाणे ° विहरइ-एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे
तेणेव उवागच्छइ । पुव्वभवपुच्छा जाव' वागरणं ॥ सोरियदत्तस्स सिरीयभव-वण्णग-पदं ६. एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे
नंदिपुरे नाम नयरे होत्था । मित्ते राया ॥ १०. तस्स णं मित्तस्स रणो सिरीए नाम महाणसिए होत्था-अहम्मिए जाव'
दप्पडियाणंदे ॥ ११. तस्स णं सिरीयस्स महाणसियस्स बहवे मच्छिया य वागुरिया य साउणिया य
दिण्णभइ-भत्त-वेयणा कल्लाकल्लि बहवे सण्हमच्छा य जाव पडागाइपडागे य, अए य जाव' महिसे य, तित्तिरे य जाव" मयूरे य जीवियानो ववरोवेंति, ववरोवेत्ता सिरीयस्स महाणसियस्स उवणेति, अण्णे य से बहवे तित्तिरा य जाव मयूरा य पंजरंसि संनिरुद्धा चिटुंति, अण्ण य बहवे पुरिसा दिण्णभइ-भत्तवेयणा ते बहवे तित्तिरे य जाव मयूरे य जीवंतए१२ चेव 'निप्पक्खेंति, निप्पक्खेत्ता' सिरीयस्स महाणसियस्स उवणेति ।।
१. वि० १।२।१२-१४ । २. कूवमाणं (घ)। ३. किमिकवले (ख)। ४. सं० पा०-पोराणाणं जाव विहरइ । ५. वि० १।२।१५,१६ । ६. वि० १११४४७ । ७. सोउरिया (ख)।
८. कल्लंकल्लं (क, ग)। ६. पण्ण पद १। १०. वि. ११७।१६ । ११. वि० ११७।१६। १२. जीवियए (ख)। १३. निप्पेखंति २ (क); निप्पंखेइ २ (घ)।
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