Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 403
________________ ३०० शब्द तुल्लग्घ तुल्लजोणी तुवरि तुंबुरु तूका तूण तूण तूरित्थ तूहा तेणित तेतेण तेत्तिरिक तेमग्गिह ? तेरणि तेलवण्णिकरस लेखकूर तेजवागू तेवरूक तेसं तेसं तेसं तोडण तोड़ तोडुक तोपभोगतो तोप्यरूपमा तोमर तोरण त्तेवं थइआ थक्केंत थणपाली थणंत थणित थलचर थला थलिका भविका थंभायणा थंभित थाल थालक थालिका थाली Jain Education International तुल्यार्ध्य पत्र १६ थावरा १९४ थिग्गलगत धान्य १७८ थितामास फल २३८ थिया स्त्रियाः यूका ७० थिल्ली रोग २०३ थीणक्खत्त ऊन २०७ थीणव त्वरिष्यसि २६० वृक्षजाति थीणामजोणि ऊहा ५६ थीणामाणि स्तनित १४८ थीणा [ मा ] मास एतेन २३६ थीपरामास गोत्र १५० थी भागा २५८ थीय शब्द 最 ७० थुल्ला थूणा तेषाम् ९५ तेषां तेषाम् १४७ २३२ भोज्य ६४ थूणिकाखल भोज्य १८१ थूणिकारस त्रीन्द्रियजन्तु २६७ यूभाग भूस्का थूलाणि फल २३८ लिड ? क्षुद्रजन्तु २३७ २२७ पशु ? उपभोगतः २६७ उत्सव ? ९८ ११५ ६४ ६७ अंगविज्जाए सद्दकोसो दककिमि दक्खाणक दक्खिणगत्तामास दक्खिणजोणि इत्येवम् दक्खिणदारिक दनिखणपच्चत्थिमा दक्खिणपच्छिमणि थ नकुलिका प्रकार २२१ श्राम्यत् ३८ दक्खिणपुरथिमा स्तनपाली ६६-२०४ दक्खिणाचार स्तनत् ३६ दक्खिणाणि स्तनित २०६ दक्खिणामास १८७ दक्खिणोद्दागं नगरं ५८-१२३-१२८ दग स्थलिका ३० दगकोट्ठग अङ्ग ११५ दगलगी गोत्र १५० दगवड्डगि स्तब्ध १४८ दच्छ भाण्ड ६५ दढका भाण्ड ६५ दढचल भाण्ड ७२ दढहुत ? ७२ दढाणि भाण्ड पत्र शब्द ४६-१२८ दढामास स्थिग्गलगत १८५ दणि ? २४-१९८ दण्णपाण ? २५-३४-३६-४७-१२५ दति यान ७२ दद्दरक २०९ पिलक गोत्र १५० दहुम्मण १३९ दधिकूर ५७-६६-७२ दधिताव १८७ दधिवण्ण १३१ दधिसर ५९-१२८ दपकार स्त्रियाः २४ दरकडाय ११३ दलायते दलिय स्कन्ध २२० दलुका २२१ दल्लभी ? स्तूप १७८ दविउलंक अङ्ग ६६ दविय ५८-११७- १२८ दव्वी क्रिया. १४८ दव्वीकर दसखुत्तो द्वीन्द्रियजन्तु २६७ दसमीहाणक आभू. ६४ दसाह २०१ दसीरिका १३९ दस्सामो २०६ दहफलिहा ५८ दहरचलणा १३९ दहरचला ५८ दहरत्थावरा ७४ दहरथावरेज्जा दंडमाणव ५७-१०९ - १२८ १४५ - १६८ दंतखय १६१ दंतगिह दक १२१ दंतगूधक दककोक १३८ तचुण दर्याष्टि ३० दंतपज्ज दकवर्द्धकिन २५५ तपवण दक्षः ९८ दंतमय गोत्र १५० दंतमय १८६ दंतवेढी १५५ दंतसिहा ५७-७७-१२८ दंतसेढिका For Private & Personal Use Only पत्र १३०-१३३-१८८ १९० १५१ १६६ वाद्य २३० रोग १५५ क्रिया. १४७ भोज्य ६४ भोज्य ६४ - १७९-२२०-२४६ वृक्ष ६३ दधिसत्कपदार्थ १०४ कर्माजीवि १६० ईषत्कृतायाम् १३० विकसति ८३ दलिक ८० प्राणी २३९ ६८ दृति जलवाहन सर्पविशेष भाण्ड १९३ द्रव्य १३४ दवी पाण्ड ७२ २१८-२२७-२३९ दशकृत्वः १८४ दशमीस्नानक ९८ १२७ १८२ दशाह भोज्य द्रक्ष्यामः २३६ द्रहपरिखा २२२ ५८ ११९ ११९ ५८ पक्षी ६२ दन्तक्षत १८५ दन्तगृह १३६ दन्तगूथ-दन्तमल १७८ दन्तचूर्ण १०४ अङ्ग १५५ दन्तपवन ५ आभू. १६२ भाण्ड २१५-२२१ दन्तवेष्टि ६६ अङ्ग १२५ दन्त श्रेणि १२४ www.jainelibrary.org

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