Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 452
________________ ३४९ सिबिका रघ प्लव पिडिका कंड उल्लायित अणुल्लायित जलचरयान णावा पोत कोट्टिब सालिका तप्पक सक जाण. णव जाण जुण्ण जाण दुट्ठित जाण सुट्टित जाण कीतक जाण विक्कीत जाण पडिरूव जाण पृष्ठ १९३ तुंब जाण जुग्ग कट्ठमुह गिल्लि संदण सकड सकडी महिस दति संघाड पञ्चमं परिशिष्टम् कट्ठ मक सं. मृग सजीवयान सिंगी अस्स असिंगी हत्थि बलिवद्द उट्ट अय एलग याचितक जाण खर आधावितक जाण अयेलक अपहरितक जाण (९) नगर-विभाग परिमंडलणगर उद्धनिविट्ठणगर चतुरस्रणगर पव्वतणगर कट्ठपागारपरिंगतणगर निव्विगंदिणगर इट्टगपागारपरिगतणगर पाणुप्पावट्ठणगर दक्खिणोद्दागणगर बहुवाधीतणगर अव्वाधितणगर वामोद्दागणगर पृष्ठ १६२ पविट्ठणगर अप्पुज्जोगणगर वित्थिण्णणगर अतिक्खदंडणगर गहणणिविट्ठणगर अप्पपरिक्खेसणगर आरामबहुलणगर बहुविग्गहणगर पृष्ठ १६१ चिरनिविट्ठनगर बंभणज्झोसियणगर अचिरनिविट्ठनगर बंभणोसण्णणगर बहुउदकनगर खत्तियज्झोसियणगर बहुवुट्ठीकनगर खत्तियोसण्णणगर अप्पोदगनगर वइस्सझोसितणनगर अप्पवुट्ठीकणगर वेस्सोसण्णणगर चोरवासणगर सुद्दज्झोसियणगर अज्जवासणगर सुद्दोसण्णणगर अप्पणगर रायहाणी परणगर साखानगर दीहणगर बहुपरिक्खेस कारामणणगर पुरस्थिमदिसणगर पच्छिमदिसणगर दक्खिणदिसणगर उत्तरदिसणगर बहुअण्णपाणणगर बहुवातकणगर बहुवातोवद्दवणगर बहुउण्हणगर आलीपणगबहुलणगर बहूदकणगर बहुवुट्ठिकणगर बहूदकवाहणगर बहुमकसकणगर सत्थप्पवातबहुलणगर आसण्णणगर जुत्तोपकट्ठणगर पच्चंतिमणगर सुभिक्खयोगक्खेम गतणगर अणभिवुत्तणगर विस्सुतकित्तियणगर रमणीयणगर पृष्ठ १३६ गब्भगिह अब्भंतरगिह भत्तगिह वच्चगिह उदगगिह अग्गिगिह भूमिगिह मोहणगिह उपलगिह हिमगिह आदंसगिह तलगिह आगमगिह चतुक्कगिह रच्छागिह दंतगिह कंसगिह पडिकम्मगिह कंकसाला आतवगिह पणियगिह आसणगिह भोयणगिह (१०) गृह-शाला घर-निलय विभाग रसोतीगिह भंडगिह सवणगिह हयगिह ओसधगिह उज्जाणगिह रधगिह चित्तगिह जाणसाला गयगिह पृष्ठ १३८ वेसगिह पुष्फगिह लतागिह ण्हाणगिह जूतगिह दगको?गगिह अंगणगिह पातवगिह कोसगिह आतुरगिह खलिणगिह पाणगिह संसरणगिह बंधणगिह सयणगिह सुंकसाला जाणगिह गयसाला करणसाला पृष्ठ १३७ रधसाला पृष्ठ २२२ भग्गगिह जूतसाला भत्तघर जलगिह पाणगिह वासघर महासणगिह वत्थगिह पडिकम्मघर रयणगिह लेवणगिह असोयवणिया चित्तगिह सिरिघर ण्हाणघर पुस्सघर दासीघर देवागार पृष्ठ २२३ अग्गिधर णागघर पृष्ठ २५८ तणसाला तेमग्गिह कारुगगिह पधिकणिलय दुवारसाला उवट्ठाणजालगिह सिप्पगिह कम्मगिह रयतगिह ओधिगिह सयण पृष्ठ १३६ अरंजरमूल कोट्ठक णकूड रुक्खमूल (११) स्थान-प्रदेश गृह-प्राकारादिअवयव प्रादेशिकसंकेत विभाग विमाण पागार णिकूड सोमाण गगण चरिका वलभी फलिखा अब्भंतरपरियरण संधि वेति (दि) पावीर गिहदुवारबाहा समर गयवारि पंसु पेढिका अच्छणक कडिकतोरण संकम पृष्ठ १३७ णिद्धमण ओसर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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