Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 462
________________ पञ्चमं परिशिष्टम् - ३५९ पृष्ठ ६२ चतुष्पद हत्थी कवल कोसक पृष्ठ ६९ णउल अस्स चतुष्पदी उट्ट पयल कणेरु हत्थिणी गावी महिसी वडवा किसोरी घोडिका अजा अविला कण्हेरी रोहिती एणिका पसती कुरंगी मिगी गद्दभ घोडग उसभ बलिवद्द वच्छक तण्णक सीह वग्घ वक खग्ग रोहित दीबिक अच्छभल्ल तरच्छ महिस गय लोयक उद्द भल्लुकी वग रोहित (३५) तिर्यग्जातिविभाग सूअर मंगुस मग पसत उंदुर विलाल कालक वाणर सस कातोदूक लोपा सरंत पृष्ठ २३९ घरघूला हय थलचर गय वुक्खचर खर बिलसाइ सेलबिलासय भूमिबिलासय माहिस वग्घ वृक्षचर अच्छभल विराल दीपिक उंदुर तरच्छ थालक खग्ग घरपूपल अहिणूक तोड्डक पसत पचलाक वराह शैलबिलाश्रय पृष्ठ २२६ दीहवग्घ अच्छभल्ल महिस तरच्छ अय सालिभ एलक सेधक दिपिक खर विलालु सुणक अजीणविलाल सलभ वाघ गोधा तरच्छ अच्छल्लभ उंदुर दीविक अयकर गज पृष्ठ २२७ चमरी भूमिबिलाश्रय खग्ग लोपक हत्थी णउल अस्स वराह अहिणूका वग तोडक सियाल ताडक पाठीण मनुष्यतिर्यक्सा- सुंसुमारी धारण असालिका वाणर जलचर णरसीह पृष्ठ २२७ अस्सपूतण कद्दमग णीलमिग हित्थिय गायगोकण्ण कच्छभक पृष्ठ ६२ आणावचरणिग पुंजातीयमत्स्य- पदुम जाति भिगणाग मच्छ वमारक कच्छभ राजमहोरक णाग सवलाहिक मगर कुक्कुड सुंसुमार देवपुत्तक तिमी समाणाहिय तिमिगिल पृष्ठ २२८ गिल दुपदमच्छ मंडुक हत्थिमच्छ कुलीर मगमच्छ बोडमच्छक गोमच्छ अस्समच्छ गागरक णरमच्छ सोहमच्छ णदीपुत्तक महामच्छ चतुष्पपदमत्स्य कालाडग कच्छभ गाधमक सुंसुमार पिविपिण मंदुक्क स्त्रीजातीयमत्स्य- उदकाय जाति बहुपदमत्स्य मल्लुंडी कुमारिल अहिणूका सकुचिक जलूका दीर्घपदमत्स्य अहिणी चम्मिर वोमीका घोहणुमच्छ सिकूवाली वइरमच्छ कुलीरा तिमि कच्छभी तिमिगिल वत्तणासी वालीण सिगिला सुंसुमार सिकुत्थी कच्छभमगर वरई गद्दभकपमाण ओवातिका रोहित मंडुक्की पिचक सस कंटेण धण्णक कडुमाय कुरंग सियाल सुण्ही सीही वग्घी विकी अच्छभल्ली मज्जारी मुंगसी उण्हाली अडिला मूसिका छुछिका ओवुलीका उंदुरी वाराही सुवरी कोली दीपिका खारका घरकोइला चतुष्पद पृष्ठ २३८ अय अमिल सुणय विराल णकुल सीह कुकुर मूसग सरभ रुरु वाणर गजपुंगव मेस ऊरणक मेंढग गोधा छगल हरित मग सुणग Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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