Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
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कमंडलु
उपल मणि सिलापट्ट गंडसेल गिरिक वइर मेरुक मरुभूतिक
३६५ उत्सवएकार्थक पृष्ठ ९८ उस्सय समास जण्ण छण अब्भुदय भोज्ज मज्जणक पृष्ठ १२१ उस्सय समास विहि
धुवक
बंभ सयंभु पयावति बंभण बंभरिसि बंभवत्थ बंभण्णु पियबंभण दिजाति दिजातिवसभ दिजातिपुंगव दिजाइपवर विप्प विप्परिसि विप्पवर जण्ण जण्णोकत जण्णकारि जण्णमुंड सोम सोमपा सोमपाइ सोमणाम अग्गिहोत्त आहितग्गि अग्गिहोत्तहुत
जण्ण
मंदर
छण
भोति माणिणी मातुस्सा ओवातिका सामोवाता कालस्सामा कालका दिग्घमडहिया खुज्जमडहिया आयतमडहिया चतुरस्सा अंतेपुरिका अभोगकारिणी सयणपाली भंडाकारिकिणी तणुकी मज्झिमिका काणा नपुंसकएकार्थक पृष्ठ ७३ णपुंसक अपुरुस चिल्लिक सीतल पंडक वातिक किलिम संकर कुंभीपंडक इस्सापंडक पक्खापक्खि विक्ख संढ
लक्षण पृष्ठ १७३
वण्ण
पञ्चमं परिशिष्टम्
णीलुप्पल दब्भ
पामेच्छा सज्जा
णेलकंठक भिसी
मसी दंड
आटुिक जण्णोपइतक कण्हाल कृष्णवर्णएकार्थक कण्हमोयक पृष्ठ ९२ दृढएकार्थक कण्ह
पृष्ठ ७८ नील
हिमवंत कालक
महाहिमवत असित
णिसढ असितकिसिण
रुप्पि हरित अंजण
णेलवंत कज्जल
केलास रुगण
वस्सधर भंग
वेयड्ढ खंजण
अच्छदंत
सज्झ गवल सूगर
मंत कोकिला गोपच्छेलक
मलय
पारियत्त भमर मोरकंठ
महेंद
चित्तकूड वायस मातंग
अंबासण मतिंग
मेरुवर गय
णग महिस
पव्वत बलाहक मेघ
सिलोच्चय जलहर
सिहरि कण्हकराल
पासाण कण्हतुलसी पत्थर
भिंगपत्त
विझ
अचलित थावरक सिवणाम गुत्तणाम भव अभव थित सुत्थित ठाणत्थित अकंप णिप्पकंप णिव्वर सुहत वामएकार्थक पृष्ठ ७६ वाम वामावट्ट वामसील वामायार वामपक्ख वामदेस वामभाग वामतो अपवाम अपसव्व अवसव्व अप्पग्घ
सर गति संठाण संघतण माण उम्माण सत्त आणुक पगति छाया सार अष्टाङ्गनिमित्त पृ.१ अंग सर लक्खण वंजण सुविण छिण्ण (दिव्व)
वेद
वेदज्झाइ वेदपारक चतुवेद वारिस पुव्वमास चतुम्मास
सेल
'णरेतर
जुव
पृष्ठ १०१ ब्राह्मणएकार्थक पितामह
भोम्म
चिति अग्गिचयणी
अंतलिक्ख
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