Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 455
________________ ३५२ पाणजोणिगत मूलजोणिगत धातुजोणिगत पाणजोणिगत पलाल तंबाराग लेज्झचुण्ण भोजन पृष्ठ २२० दुद्ध दधि णवणीत तक्क घत दधि तक्क णवणीत कुचिया आमधित गुलदधि रसालादहि मथु परमण्ण दधिताव तक्कोदण अतिकूरक पूप मंस अंगविज्जामध्यगतानां विशिष्टवस्तुनाम्ना विभागशः सङ्ग्रहः फलरस कसाय पाणजोणिमयभायण- सोवच्चिका धण्णरस अंबिल भोयण पिप्पली अग्गगत कटुक धातुजोणिमयभायण- खारलवण पत्तगत लवण भोयण वट्टभोयण पुप्फगत पृष्ठ १७९ मूलजोणिमयभायण- मोदक विस्सोदण भोयण फलगत पेंडिक अतिकूरक जवागू पुण्फगत पप्पड गुलकूरक पत्तेगपुष्फ मोरिंडक दुद्धजवागू घतकूरक घयजवागू सालाकालिक गुलुकपुष्फ विलेपि तेल्लजवागू अंबट्रिक मंजरीपुष्फ पायस अंबिल्लजवागू वित्थडभोयण फलगत कसरि उण्हियजवागू पोवलिक रुक्खगत दधिताव ओसधजवागू वोक्कितक गुम्मगत तक्कुलि आलुक पोवलक वल्लीगत अंबेल्लि कसेरुक पप्पड छुपगत अंबिलक सिंघाडक सकुलिका पृष्ठ १७८ पालीक भिस सालि पक्खिमंस भिसमुणाल फेणक कोद्दव परिसप्पमंस चाय अक्खपूप वीहि चतुप्पदमंस मच्छंडिका अपडिहत सिंगिचतुप्पदमंस गुल पवितल्लक असिंगिचतुप्पदमंस खज्जगगुल वेलातिक वरक पृष्ठ १८० पत्तभज्जित सामाग अद्दमंस पृष्ठ १८२ उल्लोपिक तिल सुक्कमंस तप्पणा सिद्धस्थिका मास उस्सयभोयण बदरचुण्ण बीयक मुग्ग मतकभोयण विक्कस उक्कारिका चणक सडकभोयण कलायभज्जिया मंडिल्लका कलाव दासीभोयण मुग्गभज्जिया दीहभोयण णिप्फाव बालोपणयणभोयण जवभज्जिया दीहसक्कुलिका मसुर देवताभोयण गोधुमभज्जिया खारवट्टिक कुलत्थ मंतगहणभोयण सालिभज्जिया खोडक तुवरि मंतसमावणभोयण तिलभज्जिया दीवालिक यव विज्जागहणभोयण अणग्गेयलवण दसिरिका गोधूम विज्जासमत्तिभोयण सामुद्द भिसकंटक कुसुंभ अभिणवभोयण सेंधव मत्थतक सासव सीतभोयण सोवच्चल लेज्झभोयण अतसी भिक्खोदण पंसुक्खार फाणित मधुर असामण्णभोयण अग्गेयलवण तित्त सहभोयण जवखार तिलक्खली रुधिर कंगु वसा मधु संखयआहार असंखयआहार सोतगुल सक्करा अग्गेयआहार अणग्गेयआहार पृष्ठ १७७ मूलजोणिगत मूलगत खंधगत अग्गगत कंदगत तजगत णिज्जासगत णिज्जासगत सिरिविट्ठकसद्द लता सल्लकि कास सोणिय पूक लसिया जवागू उच्छुरस गोलोय पत्तरस पुप्फरस रालक वसा कुसण कोलत्थ तंबलिक साकरस थूणिकाखल अंबिल उपसेक पृष्ठ २४६ दुद्भुण्हिका दधिताव अंबेल्लि विलेपिका कक्करपिंडग गंगावत्तग चुक्कितक वप्पडी कक्कब अंबट्ठिग घतउण्ह पोवलिका दधि दधि पृष्ठ ६४ पुंपेय अरिटु आसव मेरक (१६) पेयविभाग गोधसालक खलक पाणक पाणीय रस खीर दुद्ध अपक्करस गुल णवणीत घित तेल फाणित पक्करस मधु Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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