Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 408
________________ द्वितीयं परिशिष्टम् ३०५ शब्द पत्र शब्द पत्र शब्द पसती __गवयी ६९ पाअसूचिका पादआभू. ७१ पापहिक सर्पजाति ६३ पसत्थं णामाज्झायं १४६ पाउत प्रावृत ४१ पामुद्दिका पादआभू. ७१ पसत्थो अज्झायो १४८ पाकटित प्रकटित २४९ पामेच्छ वनस्पति ? ९२ पसनतरका ११२ पागुत प्रावृत १३०-१३४-१६८-१७० पायस भोज्य १७९ पसत्राणि ५८-१२८-१८१ पाघट्टिका पादघट्टिका शिरआभू. ७१ पायुका पादुका १८३ पसन्ने अप्पसन्ने ११२ पाट्टालिका पुष्प ७० पारम्मुह पराङ्गरव ३३ पसरादि वस्त्र ७१ पाठीण मत्स्यजाति ६३ पारावणा गोत्र १५० पसलचित्ता क्षुद्रजन्तु २२९ पाडल पुष्प ६३ पारावत वृक्ष ६३ पसल्लिअ पार्श्विक १८४ पाण वृक्ष ६३ पारावत फल ६४ पसंखित्त प्रसक्षिप्त १७१ पाणक सुरा ६४ पारिप्पव पारिप्लव प्राणी २३९ पसाणग उपकरण ? १९३ पाणगत दोहदप्रकार १७२ पारियत्त पारियात्र पर्वत ७८ पसाधक कर्माजीविन् १६० पाणगिह पानगृह १३८ पारिहत्थी पुष्प ७० पसाधणकवट्ट प्रसाधनकपट्ट ११६ पाणजोणि ३२-४९-१३२-१४० पारेवत फल २३१ पसारितामास १९८ पाणजोणिगत ४२-४८ पालिका भाण्ड ७२ पसिव्विका नकुलिकाविशेष १७८ पाणजोणिसमुत्थाण २७ पालिभद्दग वृक्ष ६३ पसुवेलिका २४७ पाणवगिह ? १३८ पालीक भोज्य १७९ पसेव्वक नकुलिकाप्रकार २२१ पाणहरा वामा १२८ पालु ___ वृषण १२४-१२५-२१४ पस्स पार्श्व ४२ पाणि भाण्डोपकरण ७२ पालोयणी ? १५७ पस्सवण निर्झरण १४६ पाणियघरिय पानीयगृहिक पावन्न ? पस्संतरिया पान्तिरिका २२२ कर्माजीविन् १५९-१६० पावरणक वस्त्र १७५ पस्से पश्येत् १९५ पाणुप्पविटुं १६१ पावार वस्त्रप्रकार ६४-१६३ पहिज्जते प्रहीयते ८१ पातरासवेला २४७-२४९ पावासिक प्रवासिन् १३४-१३९ पंचकाणि ५९-१२६ पातवगिह पादपगृह १३६ पावासिय प्रवासिक १९० पंचखुत्तो पंचकृत्वः १८४ पातिक त्रीन्द्रियजन्तु २६७ पावासि प्रवासिनम् ९६ पंचणवुतिवग्गा ५९-१२७ पातिज्ज उत्सव ९८ पावीर स्थानविशेष १३६ पंचत्ते पञ्च आत्मनि ११ पातुणंत प्रावृण्वत् ३८ पासातगत प्रासादगत २१४ पंचपंचासति वग्गा ५९ पाथमक प्रथमक ३६ पासिकुत्ताणक पार्श्वकोत्तानक ४५ पंचमंडलिक ११६. पादकलापक पादआभू. ६५-१८३ पासुत्ताणाणि पंचमिका ९७ पादकिंकणिका पादआभू. १८३ पाहिति पास्यति पंचमेजण उत्सव ९८ पादखडुयग पादआभू. ६५ पांगुहिति प्रावरिष्यति पंचवण्ण १२७ पादगोरा ? १५३ पिअबंभण प्रियब्राह्मण १०१ पंचसट्ठिवग्गा ५९-१२७ पादजालक पादआभू. ६५ पिगाणादियवंतरा ? वस्त्र ७१ पंचसत्तरिवग्गा ५९-१२७ पादपट्ठिओ पादपृष्ठिके ७७ पिचक मत्स्यजाति २२८ पंचासतिवग्गा ५९ पादपुंछण पादप्रोञ्छन १४२ पिट्ठरग भाण्ड १९३ पंचासवस्सप्पमाणाणि ५७ पादपेसणक उत्सव ९७ पिढरक . भाण्ड ६५ पंचासीतिवग्गा ५९-१२७ पादफल आसन ६५ पिणंधण अपिनहन ४० पंडक ७३ पादबंध काव्यविशेष १४७ पिणिधण अपिनहन ३८ पंडराग सर्पविशेष २३८ पादमुद्दिका पादआभू. १६३ पिणेधण अपिनहन १४७ वर्ण १०४ पादसंडी अङ्ग ४८ पितरो देवता २०४ पंडुपडीभागे १०४ पादीविक ९१ पितकज्जकिच्च पितृकार्यकृत्य २०८ पंडुवण्णपडिभागा ५८ पादोपक आभू. १६३ पितुदेवता देवता २२४ पंथा पन्थाः २३३ पाधेज्ज पाथेय १९२ पितुस्सहा ? ६८ पंथोलग क्षुद्रजन्तु २३८ पापढक आभू. ६५ पितुस्सिया पितु:ष्वसा ६८-२१९ ८४ पंडु Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.

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