Book Title: Anekant 2011 Book 64 Ank 01 to 04
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 361
________________ अनेकान्त 64/4, अक्टूबर-दिसम्बर 2011 6. शास्त्री, देवेन्द्र मुनि, भगवान् महावीर एक अनुशीलन, पृ. 55 7. उत्तराध्ययन सुखबोधा (वृत्ति) टीका, पृ. 84 8. वही, पृ. 142 9. वही, पृ. 97 10. वही, पृ. 64 11. (अ) वही, पृ. 163 (ब) मुनि, आचार्य देवेन्द्र भगवान् महावीर का अनुशीलन, पृ. 55, पैरा 2 12 (अ) उत्तराध्ययन वृत्ति (सुखबोधा टीका), पृ. 269 (ब) मुनि, आचार्य देवेन्द्र, भगवान महावीर एक अनुशीलन, पृ. 56, पैरा 3 13. वही, पृ. 124 14. (अ) वही, पृ. 57 (ब) उत्तराध्ययनवृत्ति, पृ. 123 15. वही, पृ. 318 16. वही, पृ. 252 17. वही, पृ. 65 18. वही, पृ. 71 19. वही, पृ. 64 20. वही, पृ. 149 21. वही, पृ. 81 22. मुनि, जिनविजय, प्राकृत कथा संग्रह, वि. संवत् 2018 -सह आचार्य (जैनालोजी एवं प्राकृत विभाग) मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर (राजस्थान)

Loading...

Page Navigation
1 ... 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384