Book Title: Anekant 1962 Book 15 Ank 01 to 06 Author(s): A N Upadhye Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 5
________________ अनेकान्त अनेकान्त के सहायक श्री जुगमन्दिरदासजी जैन कलकत्ता- आप उच्चकोटि के मूक सेवक, कई संस्थाओं के प्रमुख कार्यकर्ता हैं। वर्तन - उद्योगपति हैं । डेट बाबूलालजी लिल्हा कलकत्ता- आप मुख्यादि प्राप्त वंशीधर जुगलकिशोर फर्म के मालिक और धर्मात्मा सज्जन हैं । ***************** सेठ अमरचन्दजी पहाड़या कलकत्ता-धी दि० जेन सम्मेलन के अध्यक्ष और सुप्रसिद्ध व्यवसाई है। ཀ; R श्री ऋषभचन्दजी (B.R.C) जैन - आप अनुभवी विद्वान, प्रभावशाली वक्ता और सफल व्यवसाई हैं ।Page Navigation
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