Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Uttarajjhayanani Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
View full book text
________________
उत्तरज्झयणाणि
६५८
परिशिष्ट १: पदानुक्रम
जा किण्हाए ठिई खलु
३४-४६ जिणवयणे जे अणुरत्ता ३६-२६० जे जे उवाया पडिवज्जिव्वा ३२-६ जा चेव उ आउठिई ३६-१६७,२४५ जिणिंदमम्गं सरणं पवन्ना १४-२ जेठं कुलमवेक्खंतो
२३-१५ जा जा दिच्छसि नारिओ २२-४४ जिणे पासे त्ति नामेण
२३-१ जेट्टामूले आसाढसावणे
२६-१६ जा जा वच्चइ रयणी १४-२४,२५ जिणेहिं वरदंसिहिं
२८-२,७ जे डहति सरीरत्था
२३-५० जाणमाणो वि जं धम्म १३-२६ जिब्भाए रसं गहणं वयंति ३२-६२ जेणप्पाणं परं चेव
११-३२ जाणामि जं वट्टइ आउसु ! त्ति १७-२ जिब्भादंते अमुच्छिए
३२-१७ जेण पुण जहाइ जीवियं
१५-६ जाणासि संभूय ! महाणुभागं १३-११ जिब्भिन्दियनिग्गहेणं भंते । जीवे किं २६-६६ जेणम्हि वंता इसिणा स एसो १२-२१ जाणाहि मे जायणजीविणु त्ति १२-१० जिहाए रसं गहणं वयंति ३२-६१ जेणाहं दोग्गई न गच्छेज्जा जाणि जीयंति दुम्मेहा ७-१३ जीमूयनिद्धसंकासा ३४-४ जेणाहं नाभिजाणामि .
२-४० जाणित्तायरियस्स उ १-४३ जीवं च इरियं सया
E-२१ जे तत्थ न पउस्सई स भिक्खू १५-११ जा तेऊए ठिई खलु ३४-५४ जीवंतमणुजीवंति
१८-१४ जे तप्पओसी य परिग्गही य ३२-१०१ जा निरस्साविणी नावा २३-७१ जीवस्स उ सुहावहं ३१-१ जे तरंति अतरं वणिया व
८-६ जा नीलाए ठिई खलु ३४-५० जीवस्स उ सुहावहा ३०-२७ जे ताई पडिसेवंति
२-३८ जा पम्हाए ठिई खलु ३४-५५ जीवा गच्छंति परलोयं
३४-६० जे दुज्जया अज्जो अम्हारिसेहिं । १३-२७ जायखंधे विरायई ११-१६ जीवा गच्छंति सोग्गइं २८-३ जे नरा काम लालसा
२५-४१ जायगो पडिसेहए २५-६ जीवा चेव अजीवा य ३६-२ जे नरा गिहिसुव्वया
७-२० जायगेण महामुणी २५-६ जीवाजीवविभत्तिं ३६-१ जे नरा पावकारिणो
१८-२५ जायणा य अलाभया
१६-३२ जीवाजीवा य पुण्णपावं च २८-१७ जे पावकम्मेहि धणं मणूसा जायतेयं पाएहि हणह १२-२६ जीवाजीवा य बंधो य २८-१४ जे भवंति दिउत्तमा
२५-३३ जायपक्खा जहा हंसा २७-१४ जीवाणमजीवाण य
३६-३ जे भावओ संपगरेइ भिक्खू
२१-१६ जायमेए महोदरे ७-२ जीवा सोहिमणुप्पत्ता
३-७ जे भिक्खुं अवमन्नह
१२-२६ जायरूवं जहामट्ठ २५-२१ जीविए मरणे तहा
१९-१० जे भिक्खुयं भत्तकाले वहेह १२-२७ जायाई जमजन्नमि २५-१ जीवियए बहुपच्चवायए १०-३ जे भिक्खू चयई निच्चं
३१-४ जायाए धासमेसेज्जा -११ जीवियं चेव रूवं उ
१८-१३ जे भिक्खू जयई निच्चं ३१-७ से २० जाया ! चिंतावरो हुमि १४-२२ जीवियतं तु संपत्ते २२-१५ जे भिक्खू जयई सया
३१-२१ जाया दोण्णि वि केवली २२-४८ जीवो उवओगलक्षणो
२८-१० जे भिक्खू न विहन्नेज्जा
२-४६ जाया य पुत्ता न हवंति ताणं १४-१२ जीवो पमायबहुलो
१०-१५ जे भिक्खू वज्जई निच्चं
३१-६ जारिसा मम सीसा उ २७-१६ जीवो भवइ अणासवो
३०-२ जे भिक्खू संभई निच्चं जारिसा माणुसे लोए १६-७३ जीवो वच्चइ नाविओ २३-७३ जे भिक्खू वहई सम्म
३०-३१ जावई केदकंदली ३६-६७ जीवो होइ अणासवो
३०-३ जे भिक्खू सहई निच्चं जावंतविज्जापुरिसा ६-१ जुइमं वरिससओवमे
१८-२८ जे माहणा जाइविज्जोववेया १२-१३ जाव कालस्स पज्जवो ३५-१६ जुइमंताणुपुव्वसो ५-२६ जे य उम्मग्गपट्ठिया
२३-६१ जावज्जीवं दढव्वओ २२-४७ जुईए उत्तिमाए य २२-१३ जे य धम्माण पारगा
२५-७ जावज्जीवाए दुक्करा १६-२५ जुगमित्तं च खेत्तओ
२४-७ जे य मग्गेण गच्छंति
२३-६१ जावज्जीवमविस्सामो १६-३५ जुगवं पुव्वं व सम्मत्तं २८-२६ जे ये वेयविऊ विप्पा
२५-७ जाव न एइ आएसे
७-३ जुण्णो व हंसो पडिसोत्तगामी १४-३३ जे यावि दोसं समुवेइ तिव्वं ३२-२५,३८, जाव सरीरभेउ त्ति २-३७ जुवराया दमीसरे
१६-२
५१,६४,७७,६० जा सा अणसणा मरणे ३०-१२ जे आययासंठाणे ३६-४६ जे यावि होइ निविज्जे
११-२ जा सा पन्नवओ ठिई ७-१३ जे इंदियाणं विसया मणुन्ना ३२-२१ जे लक्खणं च सुविणं च
८-१३ जा सा पाणी महापाली
१८-२८ जे उत्तमट्ट विवज्जासमेई २०-४६ जे लक्खणं सुविण पउंजमाणे २०-४५ जा से कन्नं दलाम हं
२२-८ जे उ भिक्खू न वावरे ३०-३६ जे वज्जए एए सया उ दोसे १७-२१ जा हं तेण परिच्चत्ता २२-२६ जे कम्हिचि न मूच्छिए स भिक्खू १५-२ जे संखया तुच्छ परप्पवाई
४-१३ जिइंदिए सवओ विप्पमुक्के १५-१६ जे कसिणं अहियासए स भिक्खू १५-३,४ जे संति परिनिवडा
५-२८ जिइंदिओ संजओ बंभयारी १२-२२ जे केइ पत्थिवा तुब्भं
६-३२ जे संति सुब्बया साहू जिच्चमाणे न संविदे? ७-२२ जे के इमे पव्वइए
१७-३ जे समत्था समुद्धत्तुं २५-८,१२,१५ जिणमग्गं चरिस्सिमो २२-३८ जे के इमे पव्वइए नियंठे
१७-१ जे सम्म आयरे मुणी २४-२७,३०-३७ जिणवयणं जे करेंति भावेण ३६-२६० जे केइ सरीरे सत्ता
६-११ जेसिं तु विउला सिक्खा
७-२१ जिणवयणं जे न जाणंति ३६-२६१ जे गिद्धे कामभोगेसु,
५-५ जेसिं मो नत्थि किंचण
६-१४
३१-५
TTI!!!
५-२
Jain Education Intemational
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org
![](https://s3.us-east-2.wasabisys.com/jainqq-hq/4e6fba85c9922d43146b5ba74d8634c7edcef2b09d89389d25e88900e9fb925b.jpg)
Page Navigation
1 ... 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770