Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Uttarajjhayanani Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 746
________________ परिशिष्ट ७ टिप्पण अनुक्रम शब्द आदि टि. संख्या १२ टि० संख्या शब्द आदि टि० संख्या शब्द आदि अज्झत्थ (१४।१६) अत्तपन्नहा (१७।१२) अज्झत्थं (६६) अत्तपसन्नलेसे (१२।४६) अज्झप्पझाणजोगेहिं पसत्थ... (१६६३) ६५ अत्थं (१२।३३) अज्झवसाणम्मि (१६७) १० अत्थधम्मगई तच्चं (२०११) अट्टरुद्दाणि झाणाई (३०।३५) १५ अस्थिकायधम्म (२८।२७) अट्ठजुत्ताणि (१८) अद्दीणा (७१२१) अट्ठपओ... (१०३७) अद्धा (३४१४५) अट्ठ पवयणमायाओ (२४१) अद्धासमए (३६।६) अट्ठ समिईओ (२४३) अधीरपुरिसेहिं (८६) अट्ठसहस्सलक्खणधरो (२२१५) अधुवे असासयंमि (८1१) अट्ठाए य अणट्ठाए (५८) अन्नदत्तहरे (७५) अट्टियं (११४६) अन्नप्पमत्ते (१४।१४) अणंतघाइपज्जवे (२६८) अन्नाएसी (२।३६) अणगारगुणेहिं (३११८) ३३ अन्नाणं (१८।२३) अणगारे तवोधणे (१८१४) अन्नायएसी (१५१) अणच्चासायणसीले (२६१५) अपडिन्द्रयाए (२६।३१) अणसणा मरणे (३०।१२-१३) अपरिग्गहो (४।१-५) अणसणे (१६/१२) अपुरक्कार (२६८) अणागय नेव य अस्थि किंचि (१४।२८) ૨૨ अप्पं चाऽहिविखवई (११।११) अणाणुबंधि (२६।२५) १७ अप्पकुक्कुए (१९३०) अणाबाहं (२३८०) अप्पणा सच्चमेसेज्जा (६२) अणारिया (१२।४) अप्पणो पाए दिन्नं (६७) अणिग्गहे (१११२) अप्पपाणेप्पबीयंमि (१९३५) अणिच्चे (१८११) अप्पमज्जियं (१७७) अणियमेत्ता (८1१४) अप्पमत्तो पमत्तेहिं (६।१६) अणुकंपओ (१२७) अप्परए (१४८) अणुक्कसाई (२।३६,१५ ११६) अप्पसत्थेहिं दारेहिं (१९६३) अणुत्तरनाणदंसणधरे (६।१७) अप्पिच्छे (२३६) अणुत्तरे (१३१३४,३५) अप्फोव (१८१५) ...अणुपुब्बसो (५।२६) ४० अफुसमाणगई (२६७४) अणुप्पेहाए (२६२३) अब्भुदए...संकप्पेण... (61५१) अणुभागा (३३।२४) अभओ (१८११) अणुववायकारए (१३) अभिक्खं (१४ ॥३७) अणुव्वया (२०२८) अभिक्खण (११७,१७११६) अणुसासम्मी (२७११०) अभिजाइए (११।१३) अणेगओ (१६।८२) अभिभूय सव्वदंसी (१५१२) अणेगचित्तासु (८1१८) अमयं व पूइए (१७।२१) अणेगवासानउया (७।१३) अमाई (११।१०) अण्णवं (१०।३४) अमित्त (१५११६) अण्णवंसि महोहंसि (५१) १ अमूढदिट्ठी (२८॥३१) अण्णाणपरीसह (२।४२,४३) ८० अमोहाहिं (१४।२१) अण्णाण मोहस्स (३२।२) अय (७६) अतरं (८६) १३ अयंतिए (२०।४२) अइक्कमे (१९३३) अउला हवइ वेयणा (२०३५) अंगविज्जं (८1१३) अंगुलं वड्डए (२६।१४) अंतकिरियं (२६१५) अंतरिच्छं (२०२१) अंतरं (३६८२) अंतरद्दीवया (३६ १६६) अंतेउरं तेणं (६/१२) अंधयार (२८१२) अंसहर (१३॥२२) अकम्मकम्मभूमा (३६ ११६६) अकम्मचेठे (१२।२६) अकलेवरसेणिं (१०३५) अकामकामे (१५१) अकाममरणं (५२) अकिंधणं (२६४८) अकिरियं (१८।२३,३३) अकुऊहले (११।१०) अकोहणे (११५) अकुक्कुओ (२। २०,२१११८) अक्केस... (२।२५) अक्खे (५।१४) अगारधम्म (२६४) अगारि-सामाइयंगाई (५१२३) अगारेसु (१।२६) अग्गरसा... (१४।३१) अग्गलं (६।२०) अग्गिसिहा दित्ता (१६३६) अग्निहोत्तमुहा (२५११६) अचवले (१११०) अचियत्ते (१११६) अचेलए...सचेलए (२०१३) अचेलगो (२३।१३) अच्चंतकालस्स (३२॥१) अच्चंतनियाणखमा (१८५२) अजीवदेसमागासे (३६१२) अज्ज (१२।१७) अज्जयंते (१३।१२) अज्जवयणं (२५२०) अज्जवयाए (२६।४६) २८ m Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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