Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 05 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ अनु. विषय स्थानांग सूत्र लाग पडी विषयानुप्रभशिडा आठवां स्थान १ आठवें स्थाना विषय विवरा २ जलविहारी साधुडे स्वपा वन 3 योनिसंग्रह और गतिखागतिडा नि३पा प्रकृति यथाहिडा निरपरा ४ मायावी हे माया जालोयना निपा ६ भायावी साधुडे स्व३पडा नि३पा ७ जना सोयित - अप्रतिप्रान्त मायावी हे पाती गर्हा निपा ८ जना सोयित - अप्रतिान्त मायावीडी जायतिडी गर्हएशा नि३पा ८ जालोयित-प्रतिडान्त भायावी ठे उपपातकी प्रशंसा १० आलोचित - प्रतिठान्त भायावीडी जायतिडी प्रशंसा ११ संवरासंवरा नि३पा १२ आठ प्रकारडी लोऽस्थितिमा नि३पा १३ आठ प्रकारडी गसिपाडा नि३पा १४ महानिधिडा नि३पा १५ समित्याहि लावनिधि नि३पा १६ आलोयना हेनेवाले खायार्य और लेनेवाले साधुडे प्रायश्चित्ता नि३पा १७ आठ प्रकार महस्थानोंडा नि३पा १८ आठ प्रकार अडियावाहियोंडा नि३पा १८ पापशास्त्रोंडा निश्पा २० वयनविलति स्व३पडा नि३पा શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૫ २१ आयुर्वेद्वे स्व३पडा नि३पा २२ शाहि देवेन्द्रोंडी अग्रमहिषियोंडा नि३पा २३ जसभारंभ और सभारंभसे संयमासंयमा नि३पा पाना नं. नल ows v ૧ 3 ४ ૧૧ ૧૨ ૧૩ ૧૫ १७ १८ ૧૯ २० २१ २२ २७ २७ ૩૬ ३८ ४० ४१ ૪૨

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 300