Book Title: Vyutpatti Dipikabhidhan Dhundikaya Samarthitam Siddha Hem Prakrit Vyakaranam Part 02
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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प्राकृतव्याकरणान्तर्गतानां उदाहरणानामकारादिवर्णक्रमेण सूची
६८५
अम्हातिसो ४।३१७ अम्हारा ४।४३४ अम्हारिसो १।१४२,२०७४ अम्हासु ठिअं ४।३८१ अम्हासुन्तो ३।११२ अम्हाहँ ४।३०० अम्हाहि कयं ३।११० अम्हाहिन्तो ३।११२ अम्हि करेमि ३।१०५ अम्हे एत्थ १४४० ।। अम्हे कयं ३।११० अम्हे थोवा रिउ बहुअ ४।३७६ अम्हे देक्खइ ४।३७६ अम्हे धणं ३।११४ अम्हे पेच्छ ३।१०८ अम्हे भणामो ३।१०६ अम्हेच्चयं २।१४९ अम्हेत्थ १।४० ।। अम्हेसु ३।११७ अम्हेसुन्तो ३।११२ अम्हेहि कयं ३।११० अम्हेहिं ४।३७८ अम्हो धणं ३।११४ अम्हो पेच्छ ३।१०८ अम्हो भणामो ३।१०६ अयञ्छइ ४।१८७ अयत्य ३६८९ अयम्मि ३८४,३।८९ अयस्सिं ३।८९ अया ३१३२ अय्य किल विय्याहले आगदे ४।२९२ अय्यउत्त ! पय्याकुलीकदम्हि ४२६६ अय्यउत्तो ४।२६० अय्युणे ४।२९२ अरण्णं ११६६
अरहन्तो २।१११
अवयच्छइ ४१८१ अरहो २११११
अवयज्झइ ४।१८१ अरिहइ २।१०४
अवयरइ १।१७२ अरिहन्तो २१११
अवयवो ११२४५ अरिहो २१०४,२।१११
अवयासइ २।१७४,४।१९० अरुहन्तो २।१११
अवयासो ११७२ अरुहो २।१११
अवरण्हो २१७५ अरे मए समं मा करेसु उवहासं २।२०१/ अवराइसो ४।४१३ अलचपुरं २।११८
अवराण ३६१ अलसी १४२११
अवरिं १।२६,१।१०८,२।१६६ अलहंतिहे ४।३५०
अवरिल्लो २।१६६ अलाउं १६६
अवरेसिं ३१६१ अलाऊ १६६,१।२३७
अवरोप्परु ४।४०९ अलावू १।२३७
अवस न सुअहिं सुहच्छिअहिं ४।४२७ अलाहि किं वाइएण लेहेण २।१८९ अवसद्दो १११७२ अलिअं११०१
अवसरइ १६१७२ अलि-उलई ४।३५३
अवसारिअं ११७२ अले कुम्भिला ! कधेहि ४।३०२ अवसें ४।४२७ अल्लं १८२
अवसेहइ ४।१६२,४।१७८ अल्लत्थइ ४।१४४
अवहं २।१३८ अल्लिअइ ४१५४,४।१३९
अवहइ ४९४ अल्लिवइ ४।३९
अवहडं १।२०६ अल्लीणो ४१५४
अवहरइ ४।१६२,४।१७८ अवअक्खइ ४।१८१
अवहावेइ ४।१५१ अवअच्छइ ४।१२२
अवहेडइ ४।९१ अवआसइ ४१८१
अवहोआसं २।१३८ अवक्खइ ४।१८१
अवुक्कइ ४।३८ अवक्खन्दो २।४
अव्वो किमिणं किमिणं २०२०४ अवगयं ११७२
अव्वो तह तेण कया अहयं जह कस्स अवजसो १२४५
साहेमि २२०४ अवज्ज २२४
अव्वो दलन्ति हिअयं २।२०४ अवज्जसइ ४।१६२
अव्वो दुक्करकारय ! २।२०४ अवज्ञा ४।२९३
अव्वो न जामि छित्तं २।२०४ अवडो ११२७१
अव्वो नासेन्ति दिहिं २।२०४ अवद्दालं १।२५४
अव्वो सुपहायमिणं २।२०४
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