Book Title: Vyutpatti Dipikabhidhan Dhundikaya Samarthitam Siddha Hem Prakrit Vyakaranam Part 02
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 309
________________ ७३० प्राकृतव्याकरणान्तर्गतानां उदाहरणानामकारादिवर्णक्रमेण सूची विहवेहिं १।३४ विहाणु ४।३३० विहि विणडउ, पीडंतु गह ४।३८५ विहीणो १।१०३ विहीरइ ४।१९३ विहुं ३।१९ विहूणो ११०३ विहेइ ४।२३८ विहोडइ ४।२७ वीओ २७९ वीजइ ४५ वीण ४।३२९ ।। वीरिअं २।१०७ वीलयिणे ४।२८८ वीसमइ १६४३,४।१५९ वीसम्भो ११४३ वीसरइ ४।७५ वीससइ ११४३ वीसा १२८,१।९२ वीसाणो १।४३ वीसामो १४३ वीसालइ ४।२८ वीसासो ११४३ वीसुं १।२४,१।४३,१५२ वीसो १४४३ वुच्चइ ३।१६१ वुबइ ४।३९२ वुजेप्पि ४।३९२ वुजेप्पिणु ४।३९२ वुट्ठी १।१३७ वुट्ठो ११३७, वुड्ढी १।१३१,२।४० वुड्ढो १।१३१,२।४०,२।९० वुत्तउं ४।४२१ वुत्तन्तो १।१३१ वुन्दं ११३१ वुन्दारया ११३२ वुन्दावणो १।१३१ वुन्द्रं १५३ वुन्नउ ४।४२१ वुब्भइ ४।२४५ वृषभो गर्जति ४।९९ वेअडइ ४।८९ वेअणा ११४६ वेअसो १।२०७ वेआलिओ १।१५२ वेइल्लं १।१६६,२।९८ वेकुंठो १।१९९ वेज्जो ११४८,२।२४ वेडिसो १४४६,१।२०७ वेडुज्जं २।१३३ वेढइ ४।२२१ वेढिज्जइ ४।२२१ वेढेइ ४५१ वेण ४।३२९ ।। वेणुलट्ठी १।२४७ वेणू १।२०३ वेण्टं १।१३९,२।३१ वेण्हू १८५ वेतिसो ४।३०७ वेमयइ ४।१०६ वेरं ११५२ वेरुलिअं २।१३३ वेलवइ ४।९३,४।१५६ वेलुवणं ११४ वेलू १।२०३ वेलूवणं ११४ वेल्लंतो १९६६ | वेल्लइ ४।१६८ वेल्ली ११५८ वेवइ ३११३९,३।१४५,३।१८२,४।१४७ वेवए ३।१३९ वेवन्ति ३।१४२ वेवन्ती ३११८२ वेवन्तो ३।१८१ वेवमाणी ३१८२ वेवमाणो ३।१८१ वेवसि ३१४०,३।१४५ वेवसे ३।१४० वेवह ३१४३ वेवामि ३१४१ वेवित्था ३।१४३ वेविरो २१४५ वेव्व गोले ! २।१९४ वेब्वे त्ति भये वेव्वे त्ति वारणे २।१९३ वेव्वे मुरन्दले ! वहसि पाणिअं २।१९४ वेसम्पायणो १।१५२ वेसवणो १४१५२ वेसिअं १।१५२ वेसो २।९२ वेहवइ ४।९३ वेहव्वं ११४८ वो धणं ३।१०० वो पेच्छामि ३।९३ वोक्कइ ४।३८ वोक्कन्तं १।११६ वोज्जइ ४।५,४।१९८ वोण्टं ११३९ वोत्तव्वं ४।२११ वोत्तुं ४।२११ वोत्तूण ४।२११ वोद्रह-द्रहम्मि पडिआ २८० वोलइ ४१६२ वोलीणो ४।२५८ वोसट्टइ ४।१९५

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