Book Title: Vyutpatti Dipikabhidhan Dhundikaya Samarthitam Siddha Hem Prakrit Vyakaranam Part 02
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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प्राकृतव्याकरणान्तर्गतानां उदाहरणानामकारादिवर्णक्रमेण सूची
जग्गइ ४८० जग्गेवा ४।४३८ जच्छइ ४।२१५ जज्जो २।२४ जट्टो २०३० जडालो २।१५९ जडिलो १।१९४ जढं ४।२५८ जढरं १।२५४ जढलं १।२५४ जण्हू २७५ जत्तु ठिदो ४।४०४ जत्तो २१६० जत्थ २।१६१ जदो २।१६० जमलं २।१७३ जमो १२४५ जम्पइ ४२ जम्पिरो २१४५ जम्भाअइ ४१५७,४।२४० जम्भाइ ४।१५७,४।२४० जम्मइ ४।१३६ . जम्मणं २११७४ जम्मो १११,१।३२,२।६१ जम्हा ३१६६ जयइ ३११५८ जयइ ४।२४१ जया णं ४।२८३ जरइ ४।२३४ जरिज्जइ ४।२५० जलचरो १।१७७ जलमत्थि ११२३ जलयरो ११७७ जलहरो खु धूमवडलो खु २।१९८ जवइ ४।४०
जवणिज्जं ११२४८ जवणीअं १।२४८ जसो १।११,१।३२,१।२४५ जस्स ३२६३ जस्सा ३१६४ जह १।६७,२।१६१ जहणं १।१८७ जहा १।६७ जहां होतउ आगदो ४।३५५ जहि २१६१ जहिं ३।६०,४।३५७ जहिं मरगय-कंतिए संवलिअं ४॥३४९ जहिट्ठिलो १।९६,१।१०७ जहुठ्ठिलो १९६,१।१०७,१।२५४ जहे केरउ ४।३५९ जा ११२७१,३३३३ जाअइ ४१३६,४।२४० जाइ १२४५,४।२४० जाइँ वयणाइँ अम्हे ३१२६ जाइज्जइ तहिं देसडइ ४।४१९ जाइट्ठिअए ४।४२२ जाइविसुद्धेण पहू ! ३१३८ जाउ ३१३३ जाउ म जंतउ पल्लवह ४।४२० जाउं ४।४०६ जाए ३।६०,३।६३ जाओ ३१६६ जागरइ ४८० जाण ३१३३,३।६१ जाणं २८३ जाणइ ४७ जाणणं ४७ जाणमि ३।१५४ जाणामि ३१५४ | जाणावेइ ३।१४९
जाणिअं ४७ जाणिअइ ४।३३० जाणिऊण ४७ जाणिज्जइ ४।२५२ जाम न निवडइ कुंभ-यडि ४।४०६ जामइल्लो २।१५९ जामहिं ४।४०६ जामहिं विसमी कज्ज-गई ४।४०६ जामाउओ १।१३१ जामाउणो ३।४४ जामायरं ३।४७ जामायरा ३।४७ जामायरे ३१४७ जामायरेण ३।४७ जामायरेहिं ३।४७ जामायरो ३१४८ जामाया ३१४८ जारिसो १।१४२ जारो १।१७७ जाला ३६५ जाला ते सहिअएहिं घेप्पन्ति १।२६९ जाव ११११,१।२७१ जावँ ४।३९७ जावेइ ४।४० जास ३१६३ जासु ४।३५८ जाहिं ३।६० जाहुं ४।३८६ जाहे ३।६५ जि ४।३४१,४।४२० जिअइ १।१०१ जिअउ १।१०१ जिट्ठयमो २।१७२ जिट्ठयरो २।१७२ | जिणइ ४।२४१ (२)
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