Book Title: Vyutpatti Dipikabhidhan Dhundikaya Samarthitam Siddha Hem Prakrit Vyakaranam Part 02
Author(s): Vimalkirtivijay
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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प्राकृतव्याकरणान्तर्गतानां उदाहरणानामकारादिवर्णक्रमेण सूची
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पई मई बेहिं वि ४।३७७ पई मई बेहिं वि रण-गयहिं ४।३७० पई मुक्काहं वि वर-तरु ! ४३७० पई मेल्लंतिहे महु मरणु ४।३७० पइट्ठा ११३८ ।। पइट्ठाणं १।२०६ पइट्ठि ४।३३० पइट्ठि अं ११३८ ।। पइण्णा १।२०६ पइमं २।११२ पइसमयं १।२०६ पइहरं ११४ पई १५ पईवं १।२०६ पईवो १।२३१ पईहरं ११४ पउओ १।२४५ पउट्ठो १।१३१,१।१५६ पउणो १।१८० पउत्ती ११३१ पउमं १६१ पउमं २।११२ पउरं १९८० पउरजणो ११६२ पउरिसं १।१११,११६२ पउरो ११६२ पउलइ ४।९० पओ १३२ पक्कं ११४७,२७९ पक्खालदु ४।२८८ पक्खोडइ ४।४२,४।१३० पग्गिम्व ४।४१४ पङ्को १६३० पङ्गइ ४।२०९ पगुरणं १।१७५
पच्चओ २०१३ | पच्चडइ ४।१७३ | पच्चड्डइ ४।१६२ पच्चड्डिअं २।१७४ पच्चलिउ ४।४२० पच्चागच्छइ ४१६६ पच्चारइ ४।१५६ पच्चूसो २१४ | पच्चूहो २।१४ पच्छं २०२१ पच्छइ होइ विहाणु ४।४२० पच्छन्दइ ४१६२ पच्छा २२१ (२) पच्छिमं २०२१ पच्छेकम्मं १७९ पज्जत्तं २।२४ पज्जन्तो १।५८,२।६५ पज्जरइ ४२ पज्जलिदो भयवं हुदासणो ४।२६५ पज्जा २८३ पज्जाउलो ४।२६६ पज्जाओ २।२४ पज्जुण्णो २१४२ पज्झरइ ४११७३ पञ्चण्ह ३११२३ पञ्चावण्णा २१७४ पञले ४।२९३ पञा ४।३०३ पञ्जा-विशाले ४।२९३ पटिमा ४।३२५ पट्टइ ४।१० पट्टणं २।२९ पट्ठवइ ४।३७ पट्ठावइ ४।३७ | पट्ठाविओ ४१६
| पट्ठि ४।३२९ ।। | पट्ठि ओ ४१६ पट्ठी १।१२९,२।९० पठितून ४।३१२ पठिय्यते ४।३१५ |पडंसुआ १।२६,१८८,१।२०६ पडइ ४।२१९ पडाया १२२०६ पडायाणं १।२५२ पडिअग्गइ ४१०७ पडिकरइ १।२०६ पडिकूलं २।९७ पडिक्कूलं २९७ पडिक्खइ ४।१९३ पडिच्छिरं २१७४ पडिनिअत्तं १।२०६ पडिप्फद्धी ११४४ |पडिमा १।२०६ |पडिवनं १।२०६
पडिवया १।४४,१।२०६ | पडिवालइ ४।२५९ पडिसाइ ४।१६७,४।१७८ पडिसारो ११२०६ पडिसिद्धी ११४४,२।१७४ पडिहरइ ४।२५९ पडिहारो १।२०६ | पडिहासो १।२०६ पड्डुहइ ४।१५४ पढ गृण्हेप्पिणु व्रतु ४३९४ पढइ १।१९९,३।१७७ पढम १५५ | पढमो १२२१५ पढिअं ३११५६ पढिज्जइ ३१६० | पढित्ता ४।२७१
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