Book Title: Vijay Vallabh Sansmaran Sankalan Smarika
Author(s): Pushpadanta Jain, Others
Publisher: Akhil Bharatiya Vijay Vallabh Swargarohan Arddhashatabdi Mahotsava Samiti

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Page 7
________________ क्र० विषय 1. 2. 3. 4. 5. 17. 18. महामंत्र नवकार सम्पादक मंडल सम्पादकीय अनुक्रमणिका 19. 20. 6. 7. मंगल संदेश 8. शुभ कामनाएँ 9. अध्यक्ष की कलम से 10. आभार 11. महासमिति कार्यकारणी के सदस्य 12. श्री वल्लभ गुरूसंक्षिप्त चरित्र स्तुति 13. वयोवृद्ध मुनिराज की दृष्टि में विजय वल्लभ 14. तपागच्छ की उत्पत्ति एवं पट्टावली 15. मेरी दृष्टि में विजय वल्लभ 16. विश्व चेतना के युग पुरुष परमात्मा एवं पाट परम्परा का छाया चित्र स्मारिका चरित्र नायक का छाया चित्र गुरु भक्ति ( कविता ) करूणा सागर विजय वल्लभ श्री विजय वल्लभ सूरीश्वर जी .... साधार्मिक भक्ति श्री विजय वल्लभ कर्मठ कार्यकर्ता 21. श्रद्धा पुष्प (कविता ) 22. विश्व चेतना के मनस्वी संत अनुक्रमणिका लेखक 23. उपकारी गुरुदेव 24. वल्लभ तेरे चरणों में (कविता) 25. दीर्घ द्रष्टा 26. क्रान्तिकारी जैनाचार्य गुरु समर्पित जैनाचार्य 27 28. स्मारिका प्रकाशन के सहायक स्तम्भ 29. विविध मंगलमय कार्यक्रमों का शुभारम्भ 30. श्री आत्म वल्लभ श्रमणोपासक गुरुकुल स्थापना 31. विजय वल्लभ रथ यात्रा एवं स्पैशल यात्रा ट्रेन 32. स्मारिका प्रकाशन के सहायक स्तम्भ 33. जिन पूजा प्रतिस्पर्धा 34. चलो जिन मन्दिर चलें 35. भाषण प्रतियोगिता 36. निबन्ध प्रतियोगिता 37. संगीत प्रतियोगिता 38. प्रकाशन -'वल्लभ काव्य सुधा' 39. सदस्य स्वागत समिति 40. समापन समारोह 41. गुरु गुणानुवाद प्रेरक गच्छाधिपति जी का छाया चित्र ALLAH! ६० पुष्प दन्त जैन पाटनी, सम्पादक 'सत्य दर्शन' गच्छाधिपति श्रीमद् विजय रत्नाकर सूरि जी आचार्य महाप्रज्ञ कश्मीरी लाल जैन बरड़ सिकन्दर लाल जैन एडवोकेट मुनि श्री पूण्य विजय जी म० प्रवर्तक श्री कान्ती विजय जी म० साभार- सद्धर्म संरक्षक गच्छाधिपति श्री रत्नाकर सूरि जी प. पू. कार्यदक्ष आचार्य जगत् चन्द्र सूरि जी आचार्य श्रीमद् विजय प्रकाश सूरि जी मुनि ऋषभ चन्द्र विजय जी पन्यास प्रवर श्री राज रतन विजय जी साध्वी सुमति श्री जी साध्वी निर्मला श्री जी साध्वी रक्षित प्रज्ञा श्री जी साध्वी अमित गुणा श्री जी साध्वी सौम्य प्रभा श्री जी साध्वी सुविरति श्री जी म. साध्वी पुनीत यशा श्री जी साध्वी पियुष पूर्णा श्री जी विजय वल्लभ संस्मरण संकलन स्मारिका पू.सं. 1 2 3-4 5-6 7 8 9-10 11 12-13 14 15 16 17 18-28 29-30 31 32 33-34 35 36-38 39-40 41-45 46 47 48 49-50 51-52 53-62 63-66 67-70 71-118 119-128 129-130 131-133 134-136 137-138 139-140 141-143 144-146 147-149 150 5

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