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पच्छिमग-बज्जुवट्ठिय पच्छिमग (पश्चिमक) प १७१७०
१३६,१४२,१४५,१४८,१५१,१५४,१५७, पच्छिमड्ढ (पश्चिमार्ध) प १६।३० .
१६०,१६४,१६७,१७०,१७३,१७६,१७६, पच्छिमद्ध (पश्चिमार्ध) प १६।३०;१७।१६५ १८२,१८५,१८८,१६१,१६४,१६७,२००, पिच्छोल (प्रक्षालय) पछोलेंति ज ५१५७
२०३,२०६,२०६,२१२,२१५,२१८,२२१,२२४, पच्छोववण्णग (पश्चादुपपन्नक) प १७।४,६,१६,१७ २२७,२३०,२३३,२३६,६७१,७२,७६,८३, पजंपिय (प्रजल्पित) उ ३।६८ |
६७,६८,१०२,११।३१ से ३४,१८१६ से १२, पज्जत (पर्याप्त) प १।१७,२२,३१,४८।६०, १६ से २४,३१ से ३६,४०,४६ से ५१,५३,
११४६ से ५१,६०,६६,७५,७६,८१,२।१६ से ५४,११३;२११४०,४२,४४,४५;२३।१६६, ३६,४१ से ४३,४८ से ६३,३।११२,४३ से १६६ से २०१:२८।१४२,३६।६२ ४६,५३ से ६०,६४ से ७१.७५ से ८४,८८ पज्जत्ति (पर्याप्ति) प ११८४;२३।१६५,१६६, से ६५,११०,१७४;४।५५,७८,८७,६०,६१, १६६ से २०१;२८।१०६।१,२८।१४२ ६४,६७,१००,२३६,२४२,२४५,२४८,२५१, उ ३।१५,८४,१२१,१६२,४।२४ २५४,२५७,२६०,२६३,२६६,२६६,२७२, पज्जव (पर्यव) प ३।१२४,५।१ से ७,६ से २०, २७५,२७८,२८१,२८४,२८७,२६०,२६३,
२३,२४,२७ से ३४,३६ से ३८,४० से ४२, २६६,२६६।६।१८१८।०२२११६,१६,१८, ४४,४५,४८,४६,५२,५३,५५,५६,५८,५६, २३ से ३४,३६,४०,४१,४४,४८,५०,५३,५५; ६२,६३,६७,६८,७०,७१,७३,७४,७७,७८, २३।१६३,१६५
८२,८३,८५,८८,८६,६२,६३,६६,६७,१०० पज्जत्तग (पर्याप्तक) प ११२०,२३,२५,२६,२८, से १०७,११० से ११२,११४,११५,११८, २६,४८ मे ५१,५३,१३१ से १३३,१३५,
११६,१२८ से १३०,१३३ १३७ से १३६, १३७,१३८,२।१ से १६,३।४२ से ४६,५२ से . १४४,१४६,१४६,१५०,१५४,१५६,१६३, ६०,६३ से ७१,७४ से ८४,८७ से ८६,६१,६२, १६०,१६३,१६७,२००,२०३,२०५,२०७, ६४,६५,११०,१४३,१४६,१८३,६७१,७२, २११,२१४,२१८,२२१,२२४,२२८,२३० से ८३,६७,१०२,११३;११॥३६,४१,१५।४६; २३२,२३७,२३६,२४१,२४२,२४४;१०१५ २११५,१०,१३,२०,४१,५२ से ५५,७२;
ज २।५१,५४,७१,१२१,१२६,१३०,१३८, ३४।१२,३६।६२
१४०,१४६,१५४,१६०,१६३;७।२०६ पज्जत्तगणाम (पर्याप्तकनामन्) प २३।३८,१२० उ ३।४७ पज्जत्तभाव (पर्याप्तभाव) उ ३।१५,८४,१२१, पज्जवसाण (पर्यवसान) प १११६६,६७,१४।१८; १६२,४।२४
२८।१६,१७,६२,६३,३६।२० ज २१६४,५२५६ पज्जत्तय (पर्याप्तक) प ३७४,८७,८६,६०,६२, ७।२३,२५,२८,३०,४५ सू १११४,१६,१७,
६३,६५,१४६,१५२,१५५,१५८,१६१,१६४, २१,२४,२७,२।३।६।१;१०।१,१११२ से ६ १६७.१७०,१७३,१७४,१८३;४।३,६,६,१२, उ ३१४० १५,१८,२१,२४,२७,३०,३३,३६,३६,४२, पज्जवसित (पर्यवसित) सू १११२ से ६ ४५,४८,५१,५४,५८,६१,६४,६७,६८,७१,७४, पज्जवसिय (पर्यवसित) प ११॥३० ७५,८१,८४,१०३,१०६,१०६,११२,११५, पज्जुण्ण (प्रद्युम्न) प ५१० ११८,१२१,१२४,१२७,१३०,१३३,१३६, पज्जुवट्ठिय (प्रत्युपस्थित) प १६।५२
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