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एवं गोरमी ग्रामों में पाठशालाएँ प्रारम्भ की गई । शिवपुरी जिले में शिवपुरी नगर तथा सिरसौद, मगरौंनी, पोहरी, एवं खनियाधाना में पाठशालाएँ प्रारम्भ की गई । गुना जिले में मुगावली, ईसागढ, राघोगढ़, अशोकनगर नामक कस्बों में विद्यालय प्रारम्भ किये गए। मरंना जिले में मुरैना नगर में विद्यालय भवन निर्माण तथा अम्बा, पोरसा, श्योपुर नामक कस्बों में पाठशालाएँ एवं विद्यालय प्रारम्भ किये गए। ग्वालियर जिले में लश्कर में पार्श्वनाथ जैन मन्दिर, दानाओली, डबरा तथा मगरौनी में पाठशालाएँ प्रारम्भ की गई। इनके अतिरिक्त श्री 13 पंथी दिगम्बर जैन मन्दिर माधवगंज लश्कर में तथा मुगावली ( गुना ) में शिवणकला प्रशि"क्षण विद्यालय प्रारम्भ किये गए ।
धर्मशाला एवं विश्रांति ग्रह - संभाग में अनेकों नवीन धर्मशालाओं एवं विश्रांति गृहों का निर्माण तथा विकास किया गया जिन पर लगभग 22.5 लाख रुपयों का व्यय अनुमानित है। इनमें ग्वालियर में दिगम्बर जैन धर्मशाला, चिक सन्तर मुरार में सवा लाख की लागत से विशाल हाल निर्माण शिवपुरी में श्री नेमीचन्द्र जी गोंदवालों द्वारा प्रदत्त दान एवं सहयोग से एक लाख रुपयों की लागत से नवीन धर्मशाला निर्माण, सिद्ध क्षेत्र श्री सौनागिरिजी में सवा बारह लाख रुपयों की लागत से एक नवीन धर्मशाला निर्माण तथा पुरानी धर्मशालाओं में नवनिर्माण एवं विकास, मुरैना, गुना एवं अशोकनगर में एक-एक लाख रुपये लागत की नवीन धर्मशालाओं के निर्माण की योजनाएँ प्रारम्भ की गई । इनके अतिरिक्त ग्वालियर उपनगर में बासपूज्य पंचायती मन्दिर धर्मशाला; भिण्ड जिले में फूफ, अमायन; शिवपुरी जिले में मगरौनी में; मुरैना जिले में श्योपुर नगर एवं अम्बाह में गुना जिले में थोवनजी व मुंगावली में; ग्वालियर जिले में अमरोल में तथा दतिया जिले में दतिया नगर में नवीन धर्मशाला निर्माण एवं पूर्व स्थित धर्मशालाओं का विकास किया गया ।
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विभिन जैन सांस्कृतिक केन्द्रों के लिए सड़क निर्माण - निर्वाण महोत्सव वर्ष के अवसर पर प्रदेश शासन द्वारा सम्बन्धित विभागों को पुरातत्विक महत्व के जैन संस्कृति के केन्द्रों एवं दर्शनीय स्थल तक के लिए पक्की सड़कों के निर्माण के प्रयास किये गए जिनमें थोवनजी (गुना) एवं एक पत्थर की बावड़ी ( ग्वालियर दुर्ग ) प्रमुख हैं। इस हेतु योजनाएँ निर्मित एवं स्वीकृत भी की जा चुकी हैं परन्तु दुर्भाग्यवश अभी इनका क्रियान्वयन नहीं हो सका है ।
अन्य विविध लोक कल्याणकारी कार्य – भगवान महावीर के महापरिनिर्वाण के अवसर पर विविध प्रकार के अनेकों जनसेवी एवं लोक-कल्याणकारी कार्य भी सम्पादित किये गए। इन पर लगभग दो लाख रुपये व्यय किये गए । इनमें भिण्ड नगर, मौ फूफ (भिंड), शिवपुरी में कुआ निर्माण, अम्बाह (मुरैना), वामनधार, ईसागढ़, अशोकनगर - ( गुना) में प्याऊ निर्माण तथा अम्बाह (मुरैना), भिण्ड नगर, मौ एवं मेहगांव (भिण्ड ) में बालोद्यान एवं क्रीड़ांगन निर्माण की योजनाएँ प्रारम्भ की गई ।
धार्मिक उत्सव एवं समारोह
धार्मिक समारोह - भगवान महावीर के पच्चीस सौ वें निर्वाण महोत्सव वर्ष के अवसर पर अनेकों धार्मिक समारोह आयोजित किये गए। ग्वालियर संभाग में इस वर्ष में भिण्ड, शिवपुरी तथा पोरसा (मुरैना) में विशाल पंच कल्याणक समारोह आयोजित हुए, जिनपर लगभग 6.5 लाख रुपये व्यय किये गए। इनके अतिरिक्त विभिन्न मन्दिरों आदि में तेरह द्वीप मण्डल विधान, सिद्ध चक्क मण्डल विधान, पंचकल्याणक विधान, दस लक्षण विधान के पूजा समारोह, वरगोंड़ा यात्रा, रथयात्राएँ, निर्वाण लाडू महोत्सव, सामूहिक क्षमा वाणी समारोहों आदि के अनेकों आयोजन किए गए, जिनमें अनेकों धर्माचार्यों एवं विद्वानों के प्रवचन आयो
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