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ज्योति प्रसाद जैन
विद्यावारिधि - एम. ए., एल.एल. बी., पी-एच. डी., इतिहास रत्न । जैन इतिहास, संस्कृति और साहित्य के प्रौढ़ मनीषी एवं अधिकारिक विद्वान जन्म सन् 1912, मेरठ। अनेकों शैक्षणिक एवं समाजसेवी संस्थाओं से सम्बद्ध । अनेकों बार सम्मानित । इतिहासरत्न एवं विद्यावारिधि की उपाधियों से विभूषित सैकड़ों शोधपत्र एवं निबन्ध प्रकाशित । प्रमुख पुस्तकें - Jaina's Sources of Ancient India. Jainism, The oldest Religion, Religion & culture of the Jains, भारतीय इतिहास: एक दृष्टि, रुहेलखण्ड कुमायूँ और जैनधर्म, प्रकाशित जैन साहित्य, हस्तिनापुर, तीर्थकरों का सर्वोदय मार्ग, आदि । सम्पादक - Voice of Ahimsa | जैन सन्देश ( शोधांक), जैन सिद्धान्त भास्कर, आदि शोध पत्रिकाएँ । इन्स्टीट्यूट ऑफ प्राकृत एण्ड जेनोलोजी, वैशाली की काउन्सिल के सदस्य प्रधान संचालकअखिल विश्व जैन मिशन । सम्पर्क - ज्योति निकुंज, चारबाग, लखनऊ 2260011
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टी. के. टुकोल
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एम ए एल एल. बी. न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय, बंगलोर, । कर्नाटक पूर्व कुलपति बंगलौर विश्वविद्यालय प्रसिद्ध विधिवेत्ता, जैन धर्म एवं दर्शन के प्रखर विद्वान जन्म 8 मई 1908 र (बीजापुर) बम्बई विश्वविद्यालय में द्वितीय स्थान प्राप्तकर अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण की (1931) सहायक कालेज (पूना) । जिला प्राध्यापक, (अँग्रेजी साहित्य ) - फर्ग्यूसन कालेज न्यायालय बीजापुर में वकालत प्रारम्भ की ( 1934 ) । न्यायाधीश मनोनीत ही न्यायिक सेवा में (1938) देशी राज्यों के विलय के में विशेष अधिकारी सम्बन्ध में विधिक परामर्शदाता के रूप मनोनीत (1948-50 ) अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीशकोल्हापुर (1950) जिला एवं सत्र न्यायाधीश (1955) भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के अन्तर्गत विशेष न्यायाधीश एवं इलेक्शन ट्रिब्यूनल के सदस्य के पदों पर कार्य । अति. विवि सचिव (1957), विधि सचिव (1961) मैसूर मैसूर उच्चन्यायालय में न्यायमूर्ति मनोनीत । afaa कुलपति विश्वविद्यालय 19 972) लखपति भाई -- बंगलौर इन भाई इन्स्टीट्यूट ऑफ इन्डोलाजी में Sallekhna is not Suicide, विषय पर नीमान प्रकाशित पुस्तकें "Compend। ium of Jainism" ( Sardar Patel University ). Saying of Bhagwan Mahavira". सम्पर्क-कुबेर निवास, 115 एलीफेन्ट शेक रोड, जय नगर, बंगलौर, 560,0 11 1
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