Book Title: Tirthankar Mahavira Smruti Granth
Author(s): Ravindra Malav
Publisher: Jivaji Vishwavidyalaya Gwalior

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Page 435
________________ डा. दरवारी लाल कोटिया एम. ए., पी-एच. डी । दर्शन शास्त्र के प्रख्यात विद्वान, जैन दर्शन के प्रकाण्ड पण्डित, प्रख्यात आध्यात्मिक वक्ता। जैन धर्म व दर्शन पर शोधकार्य व तदर्थ मार्गदर्शन । लगभग दो सौ शोधपत्र व निबन्ध प्रकाशित । अनेकों पुस्तके प्रकाशित । सम्पर्क --चमेली कुटीर, 1/128 डुमराव कालौनी, अस्सी, वागणसी-51 डा. पदमचन्द्र जैन एम. बी. बी. एम. । प्रबुद्ध लेखक, सेवाभावी चिकित्मक एवं सामाजिक कार्यकर्ता । मेडीकल कालेज, अजमेर में प्रथम श्रेणी में एम. बी. बी. एम. परीक्षा उत्तीर्ण की। चिकित्सा विज्ञ न, प्रमुखत : शाकाहार चिकित्सा शास्त्रीय पक्ष तथा भारतीय दर्शन के परिप्रेक्ष्य में विषय पर अनेकों लेख प्रकाशित । सम्पर्क -- मेडीकल आफीसर, पी. एच. सी., कुशलगढ़, जिला बांसवाड़ा, (राजस्थान) परमानन्द जैन शास्त्री जैन दर्शन एवं साहित्य के प्रखर विद्वान । जन्म-श्रावण वदी चतुर्थी, सं. 1965 वि. । निदेशक, वीर सेवा मन्दिर, सरसावा और दिल्ली (1936-72) लगभग 325 महत्वपर्ण शोधपरक लेख प्रकाशित, जिनसे अनेक लुप्त माहित्यिक एवं ऐतिहासिक तथ्य प्रकाशित, तथा तत्सम्बन्धी अन्वेषित मामग्री संकलित । सम्पादक --अनेकान्त ( मासिक शोध पत्रिका)। लिखित एवं सम्पादित ग्रन्थ-मोक्षमार्ग प्रकाशक, सुख को एक झलक (प्रथम भाग), अनुभव प्रकाश, चिद्विलास जैन ग्रंथ प्रशस्ति संग्रह, जैन महिला शिक्षा संग्रह, प्राचीन जैन इतिहास (द्वितीय भाग), महावीर परम्परा और पश्चातवर्ती राजाओं का परिचय, हिन्दी जैन कवियों का इतिहास, आदि । अनुवाद --समाधितंत्र इष्टोपदेश, एकीभावस्त्रोत आदि । सम्पर्क-एफ 95, जवाहर पार्क, वेस्ट लक्ष्मीनगर दिल्ली 51 । डा. श्रीमतो पुष्पलता जैन एम. ए. (हिन्दी, भाषा विज्ञान), पी.-एच. डी. । प्रबुद्ध साहित्यकार लेखिका एवं समालोचक । जन्म - 20 सितम्बर 1942, सागर । अनेकों समाजसेवी संस्थाओं से सम्बद्ध। हिन्दी में भाषा विज्ञान पर शोधकार्य पर डाक्टरेट की डिग्री से सम्मानित । लगभग तीस शोधपत्र एब निबन्ध प्रकाशित । प्रकाशित पुस्तके मध्यकालीन हिन्दी जैन साहित्य में रहस्य भावना । सम्पर्क-न्यू एक्सटेन्शन एरिया, सदर, नागपुर । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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