Book Title: Surajprakas Part 03
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
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[ ३२ ]
छंद का नाम
प्रथम पंक्ति
प्रकरण पद्यांक
पृ० ३४ ३१
७ ६३ ७ ८१
A
6
6
6
३३
७
९१
mmmmmmmmmm or mam
३१
७
८२
३१
७
८४ ८९ ८६ ८५
३२
७
७
९४
३४७ १३७
६२ ४८२
७
भुजंगो असोला रसी रेहियां हाथ प्रांण
अहंकार नब्बाब दज्जोण हो इसा थाट ईरान नौ कोट sवाळां उठी धू विलंदेस प्रायो अछायो उठी राफजी प्राविया च्यार यारी उठ ईसफां प्रासफां नाम पाख किलम्मां अन वाद लगौ कनौजां किलम्मेस राजा तणा भीच कोप झड़े फीण घोड़ा मुखे सेत झारा ढळक्कं गजां चम्मरां क्रीब ढाला थट सामंद्रां हाथियां पाळि थाई भयांणंख गाडा किता जूग भारू लळक्कै गजां पोगरा नाळ लोभा घहै हैमरां सौख जांण विवाण
विवांणां परां ता चला सौख वागी मोतीदाम अंगोभ्रम 'मेघ' चाळे कुळ प्रोप
'अखा' हर बाहत खाग उनंग 'खो' 'अणदावत' वीजळ ऊक 'खो' खग खेल रमै दइवांण 'अखौ' खग वाहत सूर अबोह 'अखौं' प्रिथीराज सुजाव प्रपाल अडि खंभ झोक लगै अवसांण अडी खंभ माधवसींघ अभंग प्रडे खग 'जैतहमल' अथाह अर्ड भड़ राममलोत 'अजब्ब' अंडे 'लखधीर' तणौ 'अमरेस' अडे सुत गोवरधन्न अठेल 'अजबावत' साबळ हाथ उपाडि 'अजो' 'रघुनाथ 'उभे दइवाणं घटा दछि ज्याग घटा गज एम अड़े 'रतनेस' 'मोहोकम' ऊत प्रणी कढ वाहत खाग अपाल अणी कढ 'सूर' तणो 'परियाग' प्रणी सिर साबळ फूटत ऊक अणी सिर सेल भिडै अवगाढि
१४७
५२१
१८६
७
१५० १४४ १११ १३५
६७८ ५३२ ५०७ ३७९ ४७५
७
१६५
१७६
४५
१३५
१३२ १११
७
३८२
३२४
१२२
७
४२२
१८७ १६४
७ ७
६७१ ५८६
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