Book Title: Surajprakas Part 03
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
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४८
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छंद का नाम
प्रथम पंक्ति
पृ० प्रकरण पद्यांक
मोतीवाम
५० १४१ ५३ २६६ ७६
७ ७ ७ ७ ७
१५१ ४६६ १६२ ६४४ २५०
४७६ १६२ ३०० ४५०
८६
१२६ १४६
८५ १८८ १४८ २७१ १७८
५२८ २८५ ६७४ ५२५
१४६
२२४ ३५२
सिल्है घट वेधत वाहत सेल सजावत साहिब खांन सकाज 'सुजा' हर सूर 'मुकंव' सुतन्न सुणे कथ एह 'महम्मद साह सुतन्न हरिद' लड़े 'सिरदार' सुतं 'जगरूप' व्रजागि समांम सुता 'रतनेस' मोहक्कम सूर सुतां 'रतनेस' अरिज्जण साह सुभां 'बळ' गात पराक्रम सीम सुर त्रिय नाम वरै सस धीर सुरां गुर राय मलोत सकाज सुरां गुर पूर झिल अंग सार सुरां गुर 'सांमत' सूर सुजाव सुराचंद पारकरेस सधेस सुरायण पूर किया रिण साज सुरै 'फतमाल' तणे सिरदार' सुहै इण भांति लड़े समराथ सोहै हथ घाव सुरंग सुभेव हई घड़ खाग झटां धड़ हेक हई बर पाय असीसत हूर हकारत सूर वकारत हेक 'हठी' रिणछोड़ तणो करि हाक हण खग झाट अमीर हरोळ 'हवौ' भड़ गोरधनोत हटाळ 'हरी' 'सबळेस' तणौ करि हाक 'हरी' सुत 'ऊदल' भांण हठाळ 'हरी' सुत केहर जूटत हेक हरोळायहूंत हरौळ हठाळ हिचै 'कुसळोहर' घायल होय हिचं चंद्रहास रच रिख हास हिच तदि धारण झोक हुबास हिचं दुरगावत झोकि हुबास हिचं भड़ सिंधल चंद्र प्रहास हिवै दळ पूर कढी चंद्रहास हुवा लगि वासिय अमर होय
१७०
६०८
५६६
१६८ १४३ ६२
१९४ १६१
१६०
५७२
१२३
४२८
२६८
१६७
५६५
१४०
१७७ १६.
५०४
६३५ ७ ६२
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