Book Title: Surajprakas Part 03
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 459
________________ परिशिष्ट ५ (यवन राज्य की कुछ विशेष बातें) जेजियौ (जजिया कर) यह एक धार्मिक कर था जो इस्लाम को स्वीकार नहीं करने वाले नागरिकों पर लगाया जाता था। इस्लाम के अनुसार खलीफा धर्म और राज्य दोनों का संचालक माना जाता था। उनका धर्म-ग्रन्थ कुरान ही धर्म और कानून दोनों का प्रतिपादक ग्रन्थ माना जाता है। मुसलमान जिस देश को विजय करते थे वहाँ के नागरिकों से जो इस्लाम को मंजूर नहीं करते थे उनसे एक प्रकार का कर लिया जाता था, जो जजिया कहलाता था। .यह कर आमदनी के अनुसार लिया जाता था। यह अधिक आमदनी वालों को अधिक और कम आमदनी वालों को कम देना पड़ता था। ___ नवरोजी (नौ रोज का मेला ) यह मुसलमानों का धार्मिक उत्सव था, जो ईरानी प्रथा के अनुसार प्रति वर्ष, वर्ष के प्रारंभ के दिन से मनाया जाता था। पहले यह उत्सव ६ दिन तक चलता था। भारत में यह उत्सव अकबर ने ही अपने राज्य में प्रारंभ किया था और उसने १६ दिन तक बढ़ा दिया था। मुगल शाही के युग में यह उत्सव गर्मियों में मनाया जाता था। इस उत्सव में स्त्रियाँ और पुरुष समान रूप से सम्मिलित होते थे, किन्तु इनके स्थान अलग-अलग होते थे। उस उत्सव के अवसर पर सम्राट का शानदार दरबार लगता था। इस अवसर पर प्रदर्शनी भी लगती थी। इस नुमाइश में मुगल कारीगरी की अनेकों वस्तुएं बिकने आती थीं। इस उत्सव में मुगल साम्राज्य के अधीनस्थ राजा भी शरीक होते थे । 4 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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