Book Title: Shanti Pane ka Saral Rasta
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 19
________________ मन में चलाइए शांति का चैनल यह मानते हुए मैं सबको शांति की प्रेरणा देता हूँ कि जो व्यक्ति स्वयं शांतिमय होगा, वही अपनी ओर से अपने परिवार को, अपने समाज को, अपने देश और अखिल मानवता को शांति प्रदान कर सकेगा। एक अशांत व्यक्ति मानवता को अपनी ओर से जब भी कुछ देगा तो अशांति ही प्रदान करेगा। तनावग्रस्त व्यक्ति के द्वारा औरों के प्रति तनाव के ही बीज बोये जा सकते हैं। चिंताग्रस्त व्यक्ति के द्वारा चिन्ता के कैक्टस ही उगाए जा सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने आप को शांतिमय बना रहा है तो ऐसा करके वह अपने परिजनों की, अपने परिवार और समाज की अद्भुत सेवा कर रहा है। एक माँ अगर स्वयं को शांतिमय बना रही है तो ऐसा करके वह अपनी संतानों को शांति का संस्कार, शांति का दूध पिला रही है। एक पिता स्वयं के अन्तरमन को शांतिमय बना रहा है तो ऐसा करके वह अपनी ओर से अपने माता-पिता, अपनी पत्नी और अपने बच्चे और बहुओं को भी शांति का सुकून देने में सफल हो रहा है। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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