Book Title: Sanskrit Sopanam Part 03
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 59
________________ अलसम् अधनम् one exception : प्रथम वि० Singular has विसर्ग) विशेषणानि पुं० स्त्री नपुं० अलसःenob अलसा अविद्यः अविद्या अविद्यम् अधनः अधना अव्ययः नहि, कुतः अभ्यासः मौखिकम् 1. 'कुतः' शब्द के दो अर्थ हैं । निम्नलिखित वाक्यों को पढ़ कर दोनों अर्थ ढूंढिये (कुतः has two different meanings. Read the following and find out)— बालकः कुतः आगच्छति ? अविद्यस्य कुतः धनम् ? 2. पुँल्लिग, स्त्रीलिंग, नपुंसकलिंग शब्द अलग-अलग कीजिए (Separate words of three genders) उद्यमः, मनोरथः, अधना, प्रयोजनम्, परोपकारः, पुण्यम्, पापम, वाणी, जीवितम्, श्रोत्रम्, शास्त्रम्, अविद्यः, कण्ठः । लिखितम् 3. संस्कृत में उत्तर दीजिए (Answer in Sanskrit) (क) कार्याणि कथं सिध्यन्ति ? (ख) सुखम् कः विन्दति ? । (ग) व्यासस्य वचन-द्वयम किम् अस्ति ? (घ) कस्य जीवितं सफलम् ? (ङ) कण्ठस्य भूषणं किम् अस्ति ? 4. संस्कृत में अनुवाद कीजिए (Translate into Sanskrit)(क) संसार में आलसी कभी उन्नति नहीं करता। (In the world, a lazy person does not progress.) (ख) यह दूसरा लड़का कौन है ? (Who is this second boy?) (ग) धन-हीन का जीवन सफल नहीं होता । (The life of a person without money is not successful.) (घ) शास्त्रों का प्रयोजन परोपकार है ।(The purpose of scriptures is to do good to others.) (ङ) हमारी वाणी सदैव रसवती हो । (Let our speech be always sweet!) 54

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