Book Title: Sanskrit Sopanam Part 03
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 98
________________ -रूपाणि स्नेहिन् - 'शशिन्' के समान (like शशिन्) (पृष्ठ 95-96) श्रीमत्- 'भगवत्', के समान (like भगवत्) (पृष्ठ 94-95) विशेषणानि पुं० वार्षिक: पञ्चमः पूर्णः सहायक: स्नेही वशंवदः स्त्री० वार्षिकी पञ्चमी पूर्णा सहायिका स्नेही वशंवदा अभ्यासः OFTEP SPIFF नपुं० वार्षिकम् उपपद-विभक्तिः forp 'प्रति' के योग में आने वाले शब्द में द्वितीया विभक्ति (The word accompanying प्रति takes द्वितीया विभक्ति) 1331172 पञ्चमम् पूर्णम् 93 सहायकम् स्नेहि वशंवदम् 48 मिता मौखिकम् श कि TEPR आपकी 1. 'तदर्थम्' के समान 'छात्रार्थम्' का अर्थ है - छात्र या छात्रों के लिए । इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों में भी 'अर्थम्' जोड़िये (Like तदर्थम्, छात्रार्थम् means for a student or students. In the same way, add з to the following words) देश, छात्रावास, नगर, भाषा, साहित्य | लिखितम् 1115F फिल 2. निम्नलिखित शब्दों में 'तस्' प्रत्यय जोड़िए और अर्थ बताइए (Add तस् to the following words and then tell the meaning)— विद्यालय, ग्राम, गृह, स्थान, पर्वत, परोपकार, व्यायाम, अध्यापक, परीक्षा । 雨 FB BDe ज्ञ ToTh असफल

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