Book Title: Sanskrit Sopanam Part 03
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 62
________________ जीर्ण लिए (for) किमान आत्मा आत्मा (soul) ताका अमरः = अमर (जो नष्ट न हो) (immortal) = फटा हुए (torn) नवीन = नया (new) भाग्यवत् = भाग्यवान् (lucky) निष्काम-भावना = फल-कामना से रहित । (without desire for the fruit) अर्थः -1 = मतलब stolenery (meaning) नाशिक यताक) उपसर्गयुक्त-धातु: सम्+वद् (संवद्) (1) Siberint रूपाणि भगवत् विद्यावत्, धनुष्मत्, निश्चयवत, भाग्यवत् (पृष्ठ 94-95) विशेषणानि रवि किम पं० स्त्री० नपुंorobagina -वती वत्सीनिया (6) जीर्णः जीर्णा जीर्णम् नवीन नवीना नवीनम् अव्ययाः साम्प्रतम्, कृते -वत् अभ्यासः मौखिक 1. दो बालक मिलकर इस पाठ को नाटक के रूप में प्रस्तुत करें (Two children may role-play it together). 2. निन्नलिखित शब्दों के अर्थ बताइए (Give meanings of the following) चापः, असाम्प्रतम्, यथा, तप्, यथाशक्ति, राज्ञी । लिखितम् 3. निर्दिष्ट विभक्ति के रूप सामने लिखिए (Give forms in front as asked) भगवत् (द्वितीया) धनुष्मत् (चतुर्थी)

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