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पाठ ९ : भविष्यकाल
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प्राकृत में भविष्यकाल के लिए प्रयुक्त होने वाले धातुरूपों में एकरूपता नहीं है । धातुओं के साथ प्रयुक्त होने वाले प्रत्ययों से पूर्व 'हि' एवं 'स्स' विकरण प्रयुक्त होते हैं, अतः भविष्यकाल की धातुओं के रूप उभय प्रकार से चलते हैं।
भण (पढ़ना, कहना) धातु के रूप (१) 'हिं विकरण एकवचन
बहुवचन भणिहिइ
भणिहिन्ति म.पु. भणिहिसि
भणिहित्था, भणिहिह भणिहिमि, भणिहामि भणिहामो-मु-म (२) 'स्स' विकरण भणिस्सइ
भणिस्संति भणिस्ससि
भणिस्सह भणिस्सामि
भणिस्सामो __ भविष्यकाल में प्रत्यय लगाने के पूर्व धातु से पूर्व धातु के अ कोइ एवं ए विकल्प से होता है । इ होने पर उपर्युक्त रूप बनेंगे और ए होने पर इस प्रकार
(३) 'ए' होने पर भणिहिइ, भणेस्सइ भणेहिंति, भणेस्संति भणेहिसि, भणेस्ससि भणेहित्था, भणेस्सथ भणेहिमि, भणेस्सामि भणेहामो, भणेहस्सामो
प्र.पु.
म.पु.
प्र.पु.
म.पु.
उ.पु.
प्राकृत सीखें : ४६
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