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ዳዩ
प्राचीन जैन इतिहास |
(१७) भगवान्की सभायें हममांति चारों संघ मनुष्य थे ।
७५ बल आदि गण घर
२०३० पूर्वज्ञानधारी
२१४९२० शिक्षक मुनि ९००० अवधिज्ञान घ.मी
११००० पेवल ज्ञानी
१९९०० वैक्रियिक ऋन्द्रि धारी ।
९१५० मन ययय ज्ञानी
८६०० घादी मुनि
३३०००० मीनाआर्या माटि आविधा
३००००० श्रावक
१००००० श्राविकाएं
(१८) आयुके एक मास शेष रहने के पूर्व नका राखी पर विहार किया, नगट नगद धर्मोपदेश देकर टित किया
(१९) सायुके एक मास देशमाने पर भी दिव वन बंद हुई तब मापने तप द्वारा
चार धाि
नाशकर मिती फागुण व ममीको निर्वाचन
पर
नि
निर्माण are fountain सम्मे
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