Book Title: Paniniya Ashtadhyayi Pravachanam Part 03
Author(s): Sudarshanacharya
Publisher: Bramharshi Swami Virjanand Arsh Dharmarth Nyas Zajjar
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२ पल
१४
पाणिनीय-अष्टाध्यायी-प्रवचनम् (६) बिस्त
८० रत्ती (सोना तोलने का बाट)। (७) अञ्जलि (कुडव) १६ तोला। (८) प्रसृति
०२ पल। (९) कुलिज
०१ प्रस्थ (पाणिनिकालीन भारतवर्ष)
कुलि हाथ से उत्पन्न अञ्जलि मान। (१०) आढक
४ प्रस्थक। (११) पाय्य
५ से लेकर १० सेर तक का अन्न आदि
का माप (पात्र)। (२) उन्मान-तालिका (चरक) ४ कर्ष
१ पल।
१ प्रसृति (८ तोला)। २ प्रसृति
१ अञ्जलि (कुडव) {१६ तोला}। ४ कुडव
१ प्रस्थ (६४ तोला)। ४ प्रस्थक
१ आढक। ४ आढक
१ द्रोण (१०२४ तोला)
{१२५ सेर। (३) उन्मान-तालिका (अर्थशास्त्र) १ कुडव
१२ तोला (ढाई छटांक)। ४ कुडव
१ प्रस्थ ५० तोला (ढाई पाव)। ४ प्रस्थ
१ अढक ५० पल (२०० तोला) {ढाई सेर} । ४ आढक
१ द्रोण=२०० पल (८०० तोला) {१० सेर} । १६ द्रोण
१ खारी=१६० सेर (४ मण)। २० द्रोण
१ कुम्भ १० कुम्भ १ वह/वाह (५० मण)।
कंस
८ प्रस्थ-२ आढक ६० सेर (चरक)। द्रोण का पर्याय (सम्भवत:)। २ द्रोण (चरक)।
मन्थ
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