Book Title: Panchbhashi Pushpmala Hindi
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Vardhaman Bharati International Foundation

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Page 20
________________ पंचभाषी पुष्पमाला १८ लोगों के लिए शीघ्र प्रशस्त क्रम में ले जानेवाला बने, योजक बने ऐसी परमात्मा को प्रार्थना है । साध्वीश्री भावप्रभाश्री वि. सं. २०५५ श्री स्तंभतीर्थ, श्री सुबोधक पाठशाला पुस्तकशाला (इस पुस्तक में "अवतरण" चिह्न में दिए गए वचन 'श्रीमद् राजचंद्र वचनामृतजी' ग्रंथ में से हैं ।) - सौजन्यः ऋणस्वीकार : श्री सुबोधक पुस्तकशाला, श्री स्तंभतीर्थ, खंभात । हिन्दी अनुवाद : श्रीमती सुमित्रा प्र. टोलिया, बेंगलोर । जिनभारती

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