Book Title: Nandisutra Mahatmya
Author(s): Gyansundar
Publisher: Shah Maneklal Anupchand
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[ १७ ]
मणुस्साणं० । जड़ पज्जन्तग संखिज्ज वासाउय कम्मभूमिय गग्भवक्वंतिय मणुहसाणं० किं सम्मदिडि पजत्तग संखिज्ज वासाउय कम्मभूमिय गग्भवक्वं - तिय मणुस्साणं मिच्छदिट्ठि पज्जत्तग संखिज्ज वासाउय कम्मभूमिय गन्भवक्वतिय मणुस्साणं० सम्म मिच्छदिट्टि पज्जत्तग संखिज्ज वासाज्य कम्मभूमिय गन्भवक्वतिय मणुस्साणं० ।
गोयमा सम्मदिट्ठि पज्जन्तग संखिज्जवासाज्य कम्म भूमिय गग्भवकंतिय मणुस्साणं उप्पज्जइ नो मिच्छ दिडि पज्जत्तग संखिज्ज वासाउय कम्मभूमिय गम्भ वकंतिय मणुरसाणं० नो सम्ममिच्छदिट्ठि पज्जत्तग संखिज वासाउय कम्मभूमिय गग्भवक्कतिय मणुस्ताणं । जइ सम्मदिट्ठि पजत्तग संविज्ज वासाउय कम्मभूमिय गभवकंतिय मणुस्साणं० किं संजय सम्मदिडि पज्जन्तग संखिज्ज वासाउय कम्मभूमिय गब्भवकंतिय मणुस्साणं० असंजय सम्मदिट्ठि पज्जत्तग संखिज्ज वासाज्य कम्मभूमिय गग्भवतिय मणुस्साणं । संजया संजय सम्मदिट्ठि पज्जन्तग संखिज्ज वासाज्य कम्मभूमिय गग्भवतिय मणुस्वाणं० । गोयमा संजय सम्मदिहि पज्जत्तग संखिज्ज

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