Book Title: Mere Divangat Mitro ke Kuch Patra
Author(s): Jinvijay
Publisher: Sarvoday Sadhnashram Chittorgadh

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Page 174
________________ १४६ मेरे दिवंगत मित्रों के कुछ पत्र सारे इतिहास का ड्राफ्ट पास करना पड़ेगा, जैन और ऐतिहासिक दृष्टी से। इसी तरह राहुल जी से काम लूंगा। आपका का० प्र० जायसवाल (२३) Patna 5-2-34 श्रद्धेय मुनि जी, दर्शन देते जाइएगा। अगर आकार बढ जाये तो कोई हर्ज नही। 4-5 मास मे अध्याय तैयार हो जाय । श्री राहुल जी सीतामढी गये है। सहायता करने आने वाले है। __ मेरा मकान कुछ गिर गया । पर कोई हर्ज नही । दूसरो का दुःख बहुत है । उत्तर में। दीवान जी अच्छे जीव हैं। बरावर लिखते हैं। मैंने कुमार स्वामी को एडिटोरियल बोर्ड में रहने को लिखा है। उत्तर आ जाने से सब छाप दूंगा। यहाँ आइयेगा तव सव हाल बाकी बतलाऊंगा। सब पाठ तैयार हो जाने पर छापने के पहले आपको दिखा दूंगा। थापका का० प्र० जायसवाल (२४) Patna 2-3-35 प्रिय और श्रद्धेय मुनि जी, कोई जन श्वेताम्बर या दिगम्बर माङ्गलिक अथवा अन्य ऐसा चक्र है ? चतुष्कोण

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