Book Title: Mahabali Hanuman Author(s): Rekha Jain Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 8
________________ वायुकुमार अपने मित्र प्रहस्त के साथ रात को ही अपने नगर को लौट आया। अगले दिन वह सेना लेकर चला। महेन्द्रपुर पर आक्रमण करके उसे नष्ट कर दो। cac सेना की कूच का समाचार पाकर राजा महेन्द्र तुरंत राजा प्राह्लाद के पास आया। वायुकुमार ! यह क्या ? मेरी| आज्ञा के बिना कूच क्यों किया ? (ठीक है पिता जी आपकी यदि अंजना से विवाह का निर्णय | आज्ञा मान लेता हूँ। किन्तु तुम्हें स्वीकार नहीं, तो भी पिता | अंजना से अपमान का बदला की आज्ञा तो माननी ही होगी। जरूर लूंगा। सेना वापस ले चलो। महाराज ! मुझसे कौनसा अपराध हुआ जो कुमार क्रोध में आ गए हैं? (मुझे स्वयं नही मालूम। आप चिन्ता न करें। मैं कुमार से बात करने जा रहा हूँ। 000००० महाबली हनूमानPage Navigation
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