Book Title: Mahabali Hanuman
Author(s): Rekha Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 20
________________ | वे सब वापस किहकंधापुर आए। सब लोग विचार करने लगे कि युद्ध की बजाय यदि शांतिपूर्वक रावण सीता को लौटा दे तो ठीक है। | सबने अपने सुझाव दिए । रावण का भाई विभीषण आवक के व्रतों का धारक है वह यदि समझाएगा तो | रावण सीता को लौटा देगा। हे देव, पवनपुत्र श्री हनुमान कुमार महाबली हैं। वह रावण के मित्र भी हैं। उनकी बात रावण नहीं टालेगा। ठीक हैं । हनूमान को इस कार्य हेतु भेजो। उनसे कहो मुझसे मिले । आकाश मार्ग से हनूमान जी लंका के लिए चले। 18 हनुमान जी श्रीराम से मिलने आए। श्रीराम उन्हें एकान्त में ले गए। हे हनूमान, सीता से कहना कि तुम्हारे वियोग से राम का चित्त एक क्षण भी शांत नहीं है। लो, यह मेरी मुद्रिका उसे देना और उसका चूड़ामणि हमारे लिए ले आना। आप जो आज्ञा देंगे, वही होगा। un महाबली हनुमान

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