Book Title: Mahabali Hanuman
Author(s): Rekha Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 14
________________ जब वे विमान में बैठकर आकाशमार्ग से जा रहे थे कि राजा प्रतिसूर्य ने तुरन्त विमान नीचे उतारा । वह बालक जिस चट्टान पर गिरा अचानक वह बालक उछला और विमान से नीचे गिर|| था,वह चट्टान चूर-चूर हो गई थी और बालक सुरक्षित था। गया। अंजना और सभी लोग चिल्लाने लगे। अंजना ने बालक को गोद में उठा लिया और उसे बार-बार प्यार करने लगी। इसके बाद वे पुन: विमान में बैठकर हनूरुह द्वीप पर आए जहां बालक का जन्मोत्सव धूमधाम से मना। अंजना बेटी ! यह बालक महावज रूप हैजिसने इस भयानक चट्टान को तोड़ दिया है। बाल्यावस्था में जब इसकी शक्ति का यह हाल है तो युवावस्था में तो यह महाबली बनेगा। इस बालक का नाम 'हनूमान' रखा है क्यों कि इसका जन्मोत्सव हमारे हनूरुह द्वीप पर मना है। महाबली हनूमान

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