Book Title: Kya yah Satya hai
Author(s): Hajarimal Bhoormal Jain
Publisher: Shuddh Sanatan Jain Dharm Sabarmati

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Page 43
________________ उपयोग नहीं किया जाता । 11. अरहंत प्रभू ने आंतरिक एवम् बाहरी शत्रुओ पर विजय प्राप्त करली है अतः विजयता का सूचक ध्वज पिछे नहीं रखते हुए आगे ही रखा गया है । उपरोक्त विषयों का ध्यान रखते हुए और केवल ज्ञान होने के बाद अरहंत भगवंत के बारह गुणों के अंतर्गत होने वाले आठ प्रतिहार्य होते है उनको अनिवार्य यथा स्थान रखा गया है ताकि अरहंत भगवंत की महानता, अद्वितियता, महान पुण्य विभुति की ठकुराई सर्वोपरिता आदि विशेषताओं का दिगदर्शन हो सके । 42 ) क्या यह सत्य है ? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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