Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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(२८२)
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1 तह जीवस्स वि सुइरं कुसत्थ - मग्गेसु मूढ - हिययस्स । सिद्धि-महापुरि-गमियं मग्गं पिव होइ सम्मत्तं ।। जह होइ मरुत्थलीसुँ तण्हा-वस-सूसमाण- - कंठस्स 1 पहियस्स सीयल-जलं होइ सरं पंथ - देसम्म ।। तह संसार-मरुत्थलि-मज्झे तण्हाभिभूय - जीवस्स । संतोस - सीयल-जलं सम्मत्तं होइ सर - सरिसं । जह दुक्काले काले असण - विहीणस्स कस्सइ णरस्स । छायस्स होइ सहसा परमण्णं किं पि पुण्णेहिं ।।
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तह दूसमाए काले सुहेण हीणस्स एस जीवस्स । दुहियस्स होइ सहसा जिण - वयणं अमय - णीसंदं ।। जह णाम कोइ पुरिसो सिसिरे पवणेण सीय - वियणत्तो । संकोइयंगमंगो जलमाणं पेच्छए जलणं ।।
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तह चेय एस जीवो कम्म - महासिसिर-पवण- 1 ण - वियणत्तो । दुक्ख- -विमोक्खं सहसा पावइ जलणं व जिण-वयणं ।। जह एत्थ कोइ पुरिसो दूसह - दारिद्द - सोय - भर - दुहिओ । हेलाए च्चिय पावइ पुरओ चिंतामणि रयणं ।। तह णारयादि-दारिद्द-दूसिओ दुक्खिओ इमो जीवो । चिंतामणि व्व पावइ जिण - वयण कोइ तत्थे ।। जह कोइ हीरमाणो तरल-तरंगेण गिरि - णइ - जलेण । कह कह वि जीय-सेसो पावइ तड-1 ड - विडव - पालंब ।।
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तह राग-दोस-गिरि-णइ-पवाह - हीरंत - दुक्खिओ जीवो । पावइ कोइ सउण्णो जिण - वयणं तरुवरालंबं ॥
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1) J कुमग्गलग्गे for कुसत्थमग्गे. 3) J सूसमाणस्स, J writes कंठस्स On the margin and ठ is just a fat zero. 5) P मरुत्थली. 6) P संतोसवसीय लयजलं. 7) P वि for कस्सइ. 8) P सुहण, P सहस्स for सहसा. 11 ) P को वि पुरिसो. 12 ) P संकोतियंगमंगो. 13) P जंम for कम्म. 15) P inter. कोइ & एत्थ. 16) J हेलाय, P चिंतामणी. 17) P णरयाइदारिद्दभूमिओ दुक्खिओ जिओ दीणो । 18 ) P कोति तत्थिय ।।. 19) J सरल for तरल. 20) P जह for कह, J विअड - पालंब, P पालव्वं ।।. 21) P तह कोहरायदोस, P णति, P हीरं दुत्थिओ. 22) P सउणो, P तरुयरालंब.

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